25 दिसम्बर के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2016 में अंतिम बार देश के नाम अपना रेडियो संबोधन दिया. इस वर्ष के अंतिम “मन की बात” में पीएम मोदी ने वर्ष के सबसे बड़े फैसलें यानि नोटबंदी के विषय पर आम जनता तक अपने मन की बात पहुंचाई. आपको बताते हैं पी एम मोदी द्वारा की गयी 5 मुख्य “मन की बात”.
1. आधार पेमेंट एप्प : केंद्र सरकार काले धन पर अंकुश लगाने के लिए डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की बात काफी दिनों से कर रही हैं. इस दिशा में आज केंद्र सरकार ने आधार कार्ड से जुडी आधार पेमेंट एप्प लांच की. इसकी मदद से आप केवल अपने अगुंठे से किसी भी दुकान या प्रतिष्ठान पर पेमेंट कर सकेंगे. लेकिन ये केवल तभी संभव हो पायेगा जब आपके पास आधार कार्ड होगा.
- डिजिटल भुगतान के लिए किया प्रोत्साहित : प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से अपील की कि वें अधिक से अधिक डिजिटल भुगतान करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें. 25 दिसम्बर से ही पीएम मोदी ने डिजिटल पेमेंट के लिए ड्रा इनाम की भी घोषणा की. जिसके अनुसार 15000 लोगों को 100 दिनों तक रोज 1000 रुपये का ईनाम मिलेगा.
- बार बार नियम बदलने का किया बचाव: नोटबंदी के बाद वित्त मंत्रालय और आरबीआई बार बार अपने नियमों में फेरबदल करने के लिए आलोचनाए झेल रहे हैं. इस मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बार-बार नियम बदलने के मामले में सरकार जनता से फीडबैक लेती है और जो नियम बदलते हैं वह उन्हीं के आधार पर बदलते हैं.
- पोलिटिकल फंडिंग पर चर्चा की बात की : देश की तमाम राजनितिक पार्टियाँ इस बात को नहीं बताती कि उसे चंदा खान से और कितना मिलता हैं. चंदे की ये राशि आयकर की सीमा में भी नहीं आती. इस विषय पर पीएम मोदी ने खा कि वे चाहते हैं कि राजनितिक चंदे पर संसद में व्यापक चर्चा हों. कानून सबके लिए बराबर है. किसी को भी छूट नहीं मिलनी चाहिए.
- बेनामी सम्पति कानून पर भी की चर्चा : पीएम ने कहा कि नोटबंदी केवल शुरुआत हैं. आने वाले समय में सरकार बेनामी सम्पति के कानून को अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने वाली हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस सरकार पर बेनामी संपत्ति से जुड़े कानून को कई दशकों तक ठंडे बस्ते में डालने का आरोप भी लगाया.
आज के दिन पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का 92वां जन्मदिन था. पीएम ने भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बधाई दी. साथ ही महामना मदन मोहन मालवीय जी की जयन्ती पर उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि मालवीय जी ने आधुनिक शिक्षा को एक नई दिशा दी.