कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार को कर्नाटक विधानसभा का स्पीकर चुना गया है। भाजपा की तरफ से भी पूर्व मंत्री सुरेश कुमार ने इस पद के लिए अपना पर्चा दाखिल किया था। लेकिन शुक्रवार को भाजपा ने स्पीकर के मामले पर अपने हाथ खींच लिए और सुरेश कुमार ने नाम वापस ले लिया, जिसके बाद रमेश कुमार को स्पीकर चुन लिया गया। बीएस येदुरप्पा ने सुरेश कुमार के नाम वापस लेने पर कहा कि विधानसभा स्पीकर के पद की गरिमा के लिए ये बेहतर नहीं होता कि इसके लिए खींचतान हो। रमेश कुमार इसके पहले भी विधानसभा स्पीकर रह चुके हैं।
ऐसा रहा राजनैतिक सफ़र-
कर्नाटक विधानसभा की श्रीनिवासपुर सीट से वो विधायक चुने गये हैं। 1994 से 1999 के बीच के.आर. रमेश कुमार एचडी देवेगौड़ा सरकार और जे.एच पटेल सरकार में विधानसभा स्पीकर का पद संभाल चुके हैं। सिद्धारमैया सरकार में रमेश कुमार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री भी रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी के रमेश कुमार 6 बार विधानसभा सदस्य भी रह चुके हैं।
1978 में पहली बार रमेश कुमार कांग्रेस के टिकट पर कर्नाटक विधानसभा का चुनाव जीतकर आये। कांगेस पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति की शुरुआत करने वाले रमेश कुमार अस्सी के दशक में जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद नब्बे के दशक में उन्होंने जनता दल का रुख कर लिया था। इसके बाद वो वापस कांग्रेस में आ गए। हालांकि, 1983 में वो 700 वोटों से चुनाव हार गए थे।
फिर कांग्रेस में लौटे-
साल 1985 में रमेश कुमार जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर आये। 1989 में एकबार फिर वो चुनाव हार गए थे लेकिन जनता दल के टिकट पर उन्होंने 1994 में उन्होंने जीत हासिल की। साल 2004 में कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने चुनाव जीता लेकिन 2008 में वो फिर से चुनाव हार गए। साल 2013 में उन्होंने वापसी की और 3000 हजार वोटों से जीत दर्ज की वहीं 2018 में उन्होंने 10 हजार से अभी अधिक वोटों से जीत दर्ज की।
येदुरप्पा ने बताया नाम लेने की वजह-
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के लिए भाजपा के सुरेश कुमार के नाम वापस ले लेने पर बीएस येदुरप्पा ने कहा कि विधानसभा स्पीकर के पद की गरिमा के लिए ये बेहतर नहीं होता कि इसके लिए खींचतान हो, स्पीकर सर्वसम्मति से चुना जाए इसके लिए ही भाजपा ने पद से नाम वापस ले लिया। येदुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव के हक में नहीं थी इसलिए ये फैसला किया गया। कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के लिए गुरुवार को कांग्रेस के साथ भाजपा की ओर से भी नामांकन किया गया था। शुक्रवार के सुरेश कुमार ने नाम वापस ले लिया जिसके बाद कांग्रेस के केआर रमेश कुमार को निर्विरोध स्पीकर चुन लिया गया।