देश के सबसे अधिक विधानसभा सीटो वाले प्रदेश यूपी में आजकल चुनाव के कारण सियासत गरमाई हुई है और हर कोई अपनी सरकार बनाने में जुट गया है तो भले कांग्रेस कैसे पीछे रहती , तो कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से सौ सीटो सहित डिप्टी सीएम की पोस्ट देने पर गठबंधन करने को तैयार है |
यूपी में यूं तो असल मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच ही माना जा रहा है | हालांकि नोटबंदी के बाद यूपी के बदले चुनावी समीकरणों में कांग्रेस को अपनी बढ़ी अहमियत का एहसास है | मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस राज्य में उपमुख्यमंत्री पद की दावेदारी के जरिये खुद को मजबूत दावेदार दिखाना चाहती है |
कांग्रेस की दावेदारी –
यूपी में कांग्रेस के एक नेता ने कहा की कांग्रेस भले ही अपने जीत की दावेदारी को यूपी में ना पेश कर पायें लेकिन वह चुनाव लड़ के हर एक पार्टी का काम ख़राब भी कर सकती हैं | काफी मेहनत करने और राहुल गाँधी को नेतृत्व देने के बाद भी कांग्रेस की स्थिति किसी भी राज्य में ठीक नहीं दिखाई दे रही हैं ऐसे में कांग्रेस की मंशा है की जो मिले वही सही |
नोट्बंदी ने बदला यूपी का गणित –
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले और उसके बाद लोगों को हो रही दिक्कत के चलते चुनाव का प्लॉट बदल गया है और बीजेपी को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा | पार्टी का मानना है कि ऐसे में वह सपा और बसपा के लिए कहीं ज्यादा प्रासंगिक हो गई है |
लम्बे समय से आ रही है गठबंधन की खबरे –
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में लम्बे समय से इस गठबंधन को लेकर अन्दर ही अन्दर बात चल रही हैं लेकिन सपा के सुप्रीमो ने काफी दिन पहले इस दावे को खारिज किया था और कहा था की हम किसी के साथ गठबंधन करने नहीं जा रहे हैं और हम अपनी सरकार बनाएगे |
गौरतलब हैं की 403 विधानसभा सीटो में से सपा 300 सीटो में चुनाव लड़ना चाहती है और बाकी की सीटे वह कांग्रेस और आरएलडी जैसी पार्टियों के लिए छोड़ना चाहती हैं |अब ऐसे में देखना होगा की कांग्रेस का ये प्रस्ताव सपा किस हद तक मानती हैं