अभी तक कांग्रेस यूपी में 27 साल यूपी बेहाल के नारे के साथ अपना प्रचार कर रही थी. लेकिन जब से सपा और कांग्रेस साथ आये हैं तब से ये नारा कांग्रेस को वाजिब नहीं लग रहा था. सोशल साइट्स पर कांग्रेस के इस नारे को लेकर बहुत से मजाक भी बने जैसे कि एक यूजर ने लिखा “अब कांग्रेस को 27 सालों में से सहयोगी सपा के 5 साल घटा लेने चाहिए.” अब चूँकि कांग्रेस और सपा गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं इसलिए दोनों को साथ में प्रचार करने के लिए एक नारे की भी जरूरत थी.
ऐसी खबरें आ रही हैं कि रविवार के दिन अखिलेश यादव व राहुल गाँधी एक सयुंक्त चुनावी नारे की घोषणा करेंगे. अब चुनाव बहुत नजदीक आ चुके हैं और दोनों ही दल जोरो शोरों से अपने गठबंधन के प्रचार की तैयारी में जुट रहे हैं. इसी प्रचार में इस नारे का पूरा उपयोग किया जायेगा. इस नारे में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को यूपी की पसंद बताया गया है.
ये नारा अखिलेश यादव व राहुल गाँधी की साझा प्रेस कांफ्रेंस में लांच किया जायेगा. इस गाने की धुन प्रसिद्ध गाने “बेबी को बेस पसंद हैं” पर आधारित हो सकती हैं. इस चुनावी नारे के जरिए समाजवादी पार्टी यूपी के चुनावी दंगल में साल 2012 की तरह इस बार भी अपना परचम लहराने की तैयारी में है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यूपी के सुल्तानपुर से अपने चुनावी प्रचार का शंखनाद कर चुके हैं. अभी कांग्रेस की और से प्रचार तेजी से शुरू होना बाकी हैं.
ऐसा भी अनुमान हैं कि राहुल व अखिलेश यादव साथ में कुछ रैलियों को सम्भोदित कर सकते हैं. लेकिन जनता की उत्सुकता अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव व प्रियंका गाँधी वाड्रा को साथ में मंच साझा करते देखने में हैं. इन चुनावों में डिंपल यादव भी पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले अधिक चुनाव प्रचार करती नज़र आयेंगी.
आपको बता दें कि सपा कांग्रेस गठबंधन के तहत सपा 298 व कांग्रेस 105 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. अखिलेश यादव सपा कांग्रेस गठबंधन को 300 से अधिक सीटों पर विजय प्राप्त करने का दावा पहले ही कर चुके हैं.