उत्तर प्रदेश के सभी राजनीतिक दल अब सत्ता पाने की कड़ी मेहनत में जुट गए हैं. यूपी के इस चुनावी दंगल में कौन किस पर भारी रहेगा ये तो मार्च में मतगणना के बाद हे पता चलेगा लेकिन तब तक ये जानने के लोए कि यूपी में हवाओं का रुख किस दल की और चल रहा हैं, बहुत से प्री पोल सर्वे आते रहंगे.
सपा कांग्रेस गठबंधन से पहले किये गये ओपिनियन पोल में भाजपा यूपी में चुनाव जीतती नज़र आ रही थी लेकिन सपा कांग्रेस गठबंधन के बाद सभी राजनितिक समीकरण बदल गए हैं. ऐसे में मतदाताओं की राय भी बदल गयी हो ऐसा भी मुमकिन हैं.
सपा कांग्रेस गठबंधन व भाजपा में हैं कांटे का मुकाबला
एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक एसपी-कांग्रेस गठबंधन के बाद सपा गठबंधन के वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है. लेकिन टाइम्स नाऊ और वीएमआर के इस सर्वेक्षण में बीजेपी को 34 प्रतिशत वोट के साथ राज्य की 403 सीटों में से 202 सीटें दी गई हैं.
मतदाताओं का मन आप किसी भी सर्वे से नहीं भांप सकते लेकिन जिस तरह के नतीजे आ रहे वो इस और इशारा करते हैं कि असली टक्कर सपा गठबंधन व भाजपा के बीच होंगी.
कौन हैं सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री
सपा गठबंधन से मुख्यमंत्री पद के दावेदार अखिलेश यादव हैं और बसपा की और से मायावती. रालोद ने भी जयंत चौधरी को अपने दल की और मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया हैं लेकिन भाजपा के खेमे में अभी तक मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाले उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया हैं. लेकिन जनता की और से मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा खेमे में सबसे अधिक समर्थन योगी आदित्यनाथ को मिलता दिख रहा हैं. योगी को 16 प्रतिशत लोगों ने सीएम पद की पहली पसंद माना है.
टाइम्स नाउ के सर्वें में मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद के तौर पर अखिलेश यादव सामने आए हैं. अखिलेश को 39 प्रतिशत लोगों ने सीएम पद के लिए अपनी पहली पसंद माना है. मायावती को 23 प्रतिशत लोगों ने सीएम पद की पहली पसंद माना है.
एबीपी न्यूज के सर्वे में भी अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद रहे. हालाँकि कि सपा गठबंधन के बाद अखिलेश की लोकप्रियता में दो फीसदी गिरावट आयी हैं. लेकिन भाजपा को और से मुख्यमंत्री पद का दावेदार न होने की सूरत में अखिलेश की लोकप्रियता अधिक बढ़ रही हैं.