प्रधानमन्त्री मोदी के कल का लोकसभा में दिया गया भाषण अभी भी लोगो के जेहन से उतरा नहीं हैं और आज पीएम मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए फिर से विपक्ष में तंज कसे. आज पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि आधा समय देश में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का ही दबदबा था, उनके जैसा देश में कोई नहीं रहा होगा. लेकिन इसके बात के पीछे का तंज मोदी ने ये बोला कि किन हम राजनेता मनमोहन सिंह से सीख सकते हैं. मनमोहन पर कभी कोई दाग नहीं लगा. बाथरूम में रेनकोट पहन कर नहाना ये कला मनमोहन जी के अलावा कोई नहीं जानता.
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ये कहते हुए की कि ज्यादातर जो चर्चा रही है वो नोटबंदी के आसपास हो रही है। इस बात से हम इनकार नहीं कर सकते, इससे काफी परेशानी हुई लेकिन ये कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है.
इसके आलावा ये रही पीएम मोदी के भाषण के मुख्य बातें.
- नोटबंदी का बचाव आज भी पीएम ने किया, मोदी बोले कि नोटबंदी कोई राजनीतिक कदम नहीं है ना ही किसी पार्टी को परेशान करने के लिए उठाया गया.
- नोटबंदी की सफलता को माओवादियों के आत्मसमपर्ण से जोड़ते हुए पीएम बोलें कि हमारे देश में सबसे ज्यादा माओवादियों ने बीते 3-4 महीनों में आत्मसमर्पण किया है.
- नोटबंदी के समय जनता व सरकार साथ में थी. ये हमारे लिए गर्व की बात है कि देश की जनता अपनी बुराईयों से लड़ने के लिए कष्ट सहने को भी तैयार है.
- दुश्मन देश में जाली नोट का कारोबार करने वाले को आत्महत्या करनी पड़ी.
- नोटबंदी का लाभ ईमानदार लोगों को मिलेगा. इस बीच उन्होंने जाली नोट की चर्चा भी की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद, नक्सलवाद को बढ़ावा देने में जाली नोट का उपयोग होता है. कुछ लोग उछल-उछल कर कह रहे हैं कि आतंकियों के पास से 2000 के नोट मिले थे. पता होना चाहिए कि नोटबंदी के दौरान बैंक लूटने का प्रयास हुआ जम्मू-कश्मीर में. नोट लूटने के बाद जो एनकाउंटर हुआ उसमें आतंकी मारे गए.
पीएम मोदी की मनमोहन सिंह पर की गयी टिप्पणी के बाद कांग्रेसियों ने सभापति के मना करने के बाद भी सदन से वाक आउट कर दिया.