यूपी विधानसभा चुनावों में जहा एक ओर हर एक पार्टी गठबंधन करती नजर आ रही हैं तो वही बीजेपी का गठबंधन टूटता नजर आ रहा हैं और उसकी मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही हैं | अभी ताजा मामला हैं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारसी का जहा बीजेपी से गठ्बंधित अपना दल के उम्मीदवार ने जब रोहनिया सीट से परचा भरा तो बीजेपी के युवा मोर्चा उपाध्यक्ष ने महापंचायत बुला ली | इस महापंचायत में मनीष ने जिस तरह से भीड़ एकत्रित की उससे साफ जाहिर है कि मनीष ने अपनी शक्ति बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाई है। उन्होंने जनता की बात को सुनते हुए अपनी रणनीति तय की।
ये हैं रोहनिया सीट की दिक्कत –
गौरतलब है कि मनीष पिछले दिनों बीजेपी के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा पर आरोप लगा रहे थे कि उन्होंने उनसे टिकट के बदले पैसों की मांग की थी। हालांकि बीजेपी की स्थानीय इकाई ने मनीष के इस बात से इंकार किया था।
मनीष सिंह का शक्ति प्रदर्शन –
रोहनिया विधानसभा में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष सिंह ने जनता के बीच महापंचायत का आयोजन किया जिसमें उन्होंने जनता की बात को सुनते हुए अपनी रणनीति तय की। इस महापंचायत में मनीष ने जिस तरह से भीड़ एकत्रित की उससे साफ जाहिर है कि मनीष ने अपनी शक्ति बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाई है।
मनीष सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा की उन्हें उम्मीदवार से कोई दिक्कत नहीं हैं लेकिन पीएम ने जैसी सोच पार्टी के लिए राखी हैं वैसा पार्टी में नहीं हो रहा हैं | उन्होंने कहा की पार्टी में कुछ ऐसे नेता भर गए हैं जो टिकट की कालाबाजारी कर रहे हैं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और इन्ही लोगो के खिलाफ मेरी लड़ाई हैं और पार्टी से उन्हें कोई दिक्कत नहीं हैं | मनीष सिंह ने पार्टी के आलाकमानो को आगाह करते हुए कहा की अगर दो दिन के अन्दर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो रोहनिया सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेगे |
जाहिर हैं की बीजेपी में एक के बाद एक नयी बगावत सामने आ रही हैं और रोहनिया सीट का विवाद सुलझ नहीं रहा हैं |