कल मुरादाबाद में मोदी ने विपक्षी दलों व अपने विरोधियों को आड़े हाथो लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. मोदी की यह चौथी परिवर्तन रैली थी. आज कल हर जगह केवल नोटबंदी की चर्चे है. मोदी के रैली में भी ये ही मुद्दा छाया रहा. इस रैली में जहां एक ओर प्रधानमंत्री ने जनता से संवाद करते हुए मुरादाबाद का मन टटोला, वहीं सभा मैदान में मोदी मैजिक ने भाजपाइयों का सीना 56 इंच का कर दिया. इस रैली में मोदी को सुनने के लिए लगभग 2.5 लाख लोग एकत्रित हुए थे.
अपने भाषण की शुरुआत मोदी ने मुरादाबाद के लोगों को वहां के पीतल के बर्तनों की तारीफ करते हुए की. मोदी ने कहा कि जो मुरादाबाद अपने पीतल से पूरे देश के घरों में चमक ला सकता है वहां के कई गांव आजादी से अबतक अंधेरे में रहने को मजबूर थे और वहां बिजली तो दूर उसका खंबा भी नहीं था. पीएम मोदी ने कहा कि वह यूपी से चुनाव इस वजह से ही लड़े थे ताकि वहां की गरीबी के लिए कुछ कर सकें. इसके बाद मोदी ने लोगों से पूछा कि देश से भ्रष्टाचार मिटना चाहिए या नहीं ? फिर जब वहां बैठे लोगों ने हां में सिर हिलाया तो मोदी ने कहा कि वह यह देखकर हैरान हैं कि देश के ही लोग उनके इस काम को गलत बता रहे हैं।
जनता से संवाद करते हुए उन्होंने न केवल भ्रष्टाचार मुक्त भारत का आह्वान किया बल्कि भरोसा दिलाया कि खुशहाल भारत के लिए देश की जनता आखिरी बार बैंक और एटीएम की कतार में खड़ी है. प्रधानमंत्री ने जनधन खाते में डाले गए रुपयों के लिए मुस्कुराते हुए जनता को सलाह दी कि जिनके भी खाते में दो-ढाई लाख रुपये आ गए हैं, वह उन्हें निकाले नहीं अगर कोई उनका मालिक या मैनेजर जबरदस्ती करे तो उन्हें धमकी दें कि परेशान करोगे तो मोदी को चिट्ठी लिख दूंगा.
मोदी ने व्यंग करते हुए कहा, कि यह पहली बार हो रहा है कि अमीर, गरीब के पैर पकड़ रहा है. कह रहा है कि भाई तुम तो मेरे अपने हो क्या मैं तुम्हारे खाते में पैसे डाल दूं। पैसे जरूर डलवायें लेकिन निकाले कतई नहीं। अगर डालने वाला मांगे तो कहें कैसे पैसे, किसके पैसे। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पैसे डालने वाले जेल होंगे, लेकिन जिनके खाते में रुपया होगा उनका कुछ नहीं होगा। मैं बहुत जल्द कुछ ऐसी ही व्यवस्था करने जा रहा हूं। मैं इन कालेधन वालों को छोड़ूंगा नहीं.