यूपी में चुनावी जंग जीतने के जीतने के लिए बीजेपी अपना पूरा जोर लगा रही हैं और इसीलिए इलाहबाद में तीन विधानसभा सीटो में एक लाख से ज्यादा बंगाली वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी ने बगली नेताओं की फ़ौज बुला ली हैं | इलाहाबाद में तीन विधानसभा सीटों पर बंगाली मतदाताओं को देखते हुए भाजपा ने पश्चिम बंगाल के नेता को मैदान में उतारने का फैसला लिया है। इलाहाबाद में पश्चिम इलाहाबाद, पूर्वी इलाहाबाद, दक्षिणी इलाहाबाद में बंगाली मतदाताओं की कुल आबादी तकरीबन 1 लाख है। इन तीनों सीटों पर मतदान 23 फरवरी को होना है। मौजूदा समय में इलाहाबाद से भाजपा के पास एक भी विधायक नहीं है।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कमल बेरीवाला, पश्चिम बंगाल के सचिव रितेश तिवारी, भाजपा के पूर्व विधायक समिक भट्टाचार्य, व उमाशंकर घोष को पार्टी ने बंगाली मतदाताओं को लुभाने के लिए इन्हें मैदान में उतारा है। समिक भट्टाचार्य का कहना है कि हम इन तीन सीटों पर एक लाख बंगाली वोटर्स को साधने की कोशिश करेंगे, अभी तक हमारा चुनाव प्रचार काफी अच्छा रहा है और यह हमारी पार्टी के पक्ष में जाएगा। तिवारी भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह के साथ अभी तक अहम भूमिका निभाते आए हैं, वह भी इस इलाहाबाद पश्चिम से भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। वहीं भट्टाचार्य इलाहाबाद पूर्व से भाजपा के उम्मीदवार हर्ष बाजपेयी के लिए प्रचार कर रहे हैं। भट्टाचार्य और तिवारी भाजपा नेता नंद कुमार गुप्ता के लिए प्रचार कर रहे हैं जोकि इलाहाबाद दक्षिण से चुनावी मैदान में हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि बंगाली समुदाय हमें अपना समर्थन दे रहा है वह कह रहे हैं भाग गुंडाराज भाग, मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार भाजपा प्रदेश में इतिहास रचेगी और इलाहाबाद की सीट पर जीत हासिल करेगी।
जाहिर हैं की यूपी देश का सबसे अधिक विधानसभा सीटो वाला प्रदेश हैं और इसको जीतना हर किसी के लिए एक चुनौती हैं और इसमें बीजेपी अपनी कोई कसार नहीं छोड़ना चाहती हैं , इसीलिए बीजेपी ने बंगाली वोटरों को साधने के लिए ये निर्णय लिया हैं |