उत्तर प्रदेश के चुनावों में नेताओं के भाषण रोज़ नयी नयी उपमाओं से भरे जा रहे हैं. अब रेनकोट पहनकर नहाना बहुत पुरानी बात हो गयी हैं. उसके बाद पीएम मोदी ने स्कैम, कब्रिस्तान-श्मशान जैसी बातें कहीं तो अखिलेश व राहुल भी स्कैम की नयी परिभाषा लेकर आयें. अखिलेश के ‘गुजरात के गधों के बयान पर बहुत बवाल मचा. अब भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह एक कदम और आगे बढ़ गए. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चौरी चौरा में आयोजित एक चुनावी रैली में कहा कि यूपी को कसाब से मुक्ति चाहिए. शाह ने इसका अर्थ भी बताया और कहा कि ‘क से कांग्रेस, स से सपा और ब से बसपा’. गौरतलब है कि कसाब मुंबई हमले में शामिल एकमात्र जिंदा पकड़ा गया आतंकी था जिसे 2014 में फांसी दे दी गई थी.
ये भी कहा अमित शाह ने.
अमित शाह ने अखिलेश के ‘काम बोलता है’ कि नारे पर भी तीखा हमला किया. अमित शाह ने कहा, “अखिलेश ने काम किया है. उन्होंने हत्या के मामले में यूपी को नंबर वन बना दिया. बलात्कार के मामले में नंबर वन बना दिया है.” 5 सालों में समाजवादी पार्टी के नेता मोटा पैसा कमा लिए हैं। यह दो पार्टियों का नहीं, दो भ्रष्टाचारियों का गठबंधन है. साथ ही गठबंधन को लेकर अमित शाह ने बोला कि अखिलेश जी को मालूम था कि वो चुनाव हारने वाले हैं, इसलिए उन्होंने गठबंधन किया.
बीजेपी की जीत और अच्छे दिन आएंगे का भरोसा दिलाते हुए पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि “11 मार्च को यूपी के अच्छे दिन आएंगे. उस दिन दोपहर 1 बजे अखिलेश सरकार समाप्त हो जायेगी. बीजेपी की सरकार बन जायेगी. तब अच्छे दिन आएंगे.” शाह ने वायदा किया कि उत्तर प्रदेश में अध्यादेश लाकर सारे बूचड़खाने बंद करवा देंगे, हम पूरे राज्य में दूध-पानी की नदियां बहाएंगे और भाजपा के शासन में छोटे किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा और बिना ब्याज कर्ज दिया जाएगा.
हाल ही में पीएम मोदी के द्वारा कही गयी इस बात पर कि यूपी ने उन्हें गोद लिया हैं, बहुत खींचतान हो रही थी. अमित शाह भी इस पर बोले कि मोदी जी यूपी वाले हैं, क्योंकि मोदी जी को यूपी ने प्रधानमंत्री बनाया है.