यूपी चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमन्त्री की कही गई बात अब टूल सी पकड़ने लगी हैं और अखिलेश यादव के बयान के बाद बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ इसमें कूद पड़े हैं और कहा कि ईद के मुकाबले दिवाली के दिन बिजली की सप्लाई 4 गुना ज्यादा होना चाहिए। बता दें कि भाजपा का आरोप है कि कब्रिस्तान की योजना को 1,300 करोड़ रुपए और श्मशान घाटों के लिए सिर्फ 627 करोड़ रुपए जारी किए गए। बिजली पर पीएम मोदी के बयान से जुड़े सवाल पर जब आदित्यनाथ से आंकड़ों के हवाले से पूछा गया कि बीते साल ईद पर 13,500 मेगावाट और दिवाली पर 15,400 मेगावाट बिजली पैदा की गई थी इस पर उन्होंने कहा क कि डाटा बताना बंद करिए। लोगों का गुस्सा सबूत है। जब लोग सड़कों पर निकलेंगे किसी सबूत की जरूरत नहीं होगी।
केवल कब्रिस्तान का विकास हुआ हैं –
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सांसद आदित्यनाथ ने यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से श्मशान और कब्रिस्तान का मुद्दा उठाए जाने से जुड़े एक सवाल पर कहीं। आदित्यनाथ ने कहा कि सड़के टूटी मिलेंगी, बिजली नदारद है, स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, स्वास्थ्य सुविधाएं ठप मिलेंगी। आदित्यनाथ ने कहा कि विकास केवल कब्रिस्तान तक किया गया है, जनता की बुनियादी सुविधाओं पर काम नहीं किया है तो यह मुद्दा स्वाभाविक है उठेगा। यह एक मुद्दा है।
कोई कार्यकर्त्ता बने सीएम उम्मीदवार –
अपनी सीएम उम्मीदवारी पे चर्चा करते हुए आदित्यनाथ ने कहा की मैं चाहूंगा कि भाजपा का कोई कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बने। प्रदेश में भाजपा की सरकार बने। कहा कि प्रदेश को बसपा और सपा के कुशासन से छुटकारा मिले।
सपा ने कन्या विद्या धन को धर्म से जोड़ा – आदित्यनाथ
अमित शाह के इस बयान पर की छात्रों को लैपटॉप धर्म पूछ कर दिया जा रहा है, इस पर आदित्यनाथ ने कहा कि हम कुछ भी सांप्रादायिक नहीं कर रहे हैं, 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले सपा ने घोषणा किया था कि कन्या विद्या धन देंगे कन्याओं को लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मुस्लिम कन्याओं को मिलेगा ना कि हिन्दु कन्याओं को। आदित्यनाथ ने कहा कि जनता को सांप्रदायिक आधार पर सपा ने बांटा है, भाजपा ने नहीं।