यूपी जीतने निकली भाजपा की केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में चुनाव आयोग के नियमो की जमकर धज्जियां उड़ाई | पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का है जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शहरी क्षेत्र में महिलाओं के एक सभा को संबोधित करने पहुंची। खास बात ये है कि इस सभा की ना तो कोई अनुमति ली गई थी और ना ही इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई थी। इसके अलावा आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए इस कार्यक्रम में जमकर भोज भी हुआ। यह था कार्यक्रम –
वाराणसी पहुंची स्मृति ईरानी ने सिगरा स्थित एक बैंक्वेट हॉल में महिलाओं को संबोधित किया। ये कार्यक्रम वाराणसी के शहरी क्षेत्र की महिलाओं के लिए रखा गया था जिसमें शहर के व्यापारी वर्ग की महिलाएं जुटी थीं। इस कार्यक्रम का नाम ‘स्नेह मिलन’ रखा गया था।
आयोजक ने कहा अनुमति क्या होती हैं ?
स्मृति ईरानी ने सैकड़ों महिलाओं के बीच बीजेपी को वोट देने की अपील की लेकिन इस सभा की जानकारी और अनुमति किसी भी तरीके से चुनाव आयोग को नहीं दी गई थी। इसके बावजूद इस कार्यकम में सैकड़ों महिलाओं ने भोजन किया। मामला जब मीडिया के हवाले से सामने आया तो आनन-फानन में स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जूट गई लेकिन आयोजक प्रविंद का कहना है कि अनुमति क्या होती है?
क्या कहा रिटर्निंग ऑफिसर ने –
वहीं चुनाव आयोग के अधिकारी भी मानों इन मामलों पर उतने सजग नहीं हैं जितना होना चाहिए। कार्यक्रम खत्म होने पर इन्हें जानकारी हुई और रिटर्निंग ऑफिसर राम चंद्र यादव ने वही रटे-रटाए अंदाज में कह दिया कि मामले की जानकारी पहले नहीं थी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
जाहिर हैं की चुनाव के दौरान चुनाव आयोग का नियम होता हैं की अगर किसी को भी सभा करनी हैं तो अफ्ले स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेनी होती हैं और अनुमति मिलने के बाद सभा आयोजित होती हैं और जब बात केन्द्रीय मंत्री की हो तो प्रोटोकॉल के हिसाब से यह बेहद जरूरी हैं लेकिन इसे अनदेखा किया गया और साथ में सभा के दौरान भोज की व्यवस्था भी की गई जो की आयोग का नियम नहीं कहता |