अब ऐसा लगने लगा हैं कि आप को राजनीति रास नहीं नहीं आ रही हैं. कंही विश्वास आप को विश्वासघात पहुंचाते हैं तो कभी राशन कार्ड के नाम पर हो रहे धांधलेबाजी सामने आती हैं. जनलोकपाल आंदोलन के गर्भ से पैदा हुई आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगा है.
ये नया किस्सा कपिल मिश्रा का है. इन्होने तो इमानदारी में P.Hd. होल्डर अरविन्द केजरीवाल पर दो करोड की रिश्वत लेने का आरोप तक लगा दिया. कपिल मिश्रा दिल्ली सरकार के पूर्व जल मंत्री रह चुके हैं. अब हालात ये हैं कि कभी जल मंत्री रहे व कुमार विश्वास के घनिष्ट माने जाने वाले कपिल मिश्रा अब इस मामले में अकेले पड़ चुके हैं. उनके ही पूर्व साथी अब उनपर बीजेपी और मोदी का एजेंट होने के आरोप लगा रहे हैं.
आप की और से संजय सिंह और आशुतोष ने प्रेस कांफ्रेंस कर कपिल मिश्रा पर जमकर हमला बोला.
भ्रष्टाचार के आरोपों पर इस्तीफा नहीं देंगे केजरीवाल
पार्टी नेता संजय सिंह ने साफ कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कपिल मिश्रा के सभी आरोपों को गलत ठहराया है. साथ ही यह पूछे जाने पर कि पार्टी देर से क्यों प्रतिक्रिया दे रही है, संजय ने कहा कि कल ही मनीष सिसोदिया और कुमार विश्वास ने प्रतिक्रिया दे दी थी.
विपक्ष को कोसने तक सिमट गया किस्सा
आप नेता संजय सिंह ने सीधे-सीधे केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा है बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं कपिल मिश्रा. बीजेपी आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है. संजय सिंह ने कहा कि देश में जवान शहीद हो रहे हैं, इस चिंता को छोड़कर केंद्र सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़े हैं. भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है.
हालाँकि अपने दावों को साबित करने के लिए कपिल मिश्रा ने कहा है लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाए. उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित को भी बचाने की कोशिश की गई है. वहीं बीजेपी के तेवर भी तल्ख हो गए हैं. बीजेपी एलजी से कार्रवाई की मांग कर रही है. इस पर आप नेता आशुतोष ने भी इस मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार इस मामले की जांच किसी भी एजेंसी से करवा ले.