देश के प्रथम नागरिक यानी की राष्ट्रपति का चनाव इसी साल जुलाई में होना हैं जिसके लिए पक्ष और विपक्ष में अपने जिताऊ उम्मीदवार के नाम ढूढने में लगे हुए हैं | अभी तक जहाँ बीजेपी की तरफ से कोई फैसला नहीं आया हैं तो विपक्ष ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया | लंबे समय से शरद पवार के नाम को लेकर हो रही चर्चा के बीच विपक्ष ने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम पर अपनी मुहर लगा दी है। एनसीपी मुखिया शरद पवार औ जदयू नेता शरद यादव के साथ मुलाकात के बाद विपक्ष ने गोपाल कृष्ण गांधी को अपने उम्मीदवार के तौर पर आगे किया है।
कौन हैं गोपाल कृष्ण गाँधी
गोपाल कृष्ण गांधी महात्मा गांधी के पड़पोते हैं, वह पहले 2004-09 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गोपाल कृष्ण गांधी ने पीएम के नाम एक खुला पत्र लिखा था। गांधी का जन्म 22 अप्रैल 1946 को हुआ था, वह आईएएस थे और उन्होंने प्रशासनिक के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। गांधी राष्ट्रपति के सचिव भी रह चुके हैं और श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका में भारत के हाई कमिश्नर ह चुके हैं।
इन्होने किया गोपाल का नाम आगे
सीपीआईएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम को आगे किया था, हालांकि उनका मानना था कि पहले सत्ता दल को अपने उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए ताकि हम एक उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बना सके। येचुरी ने कहा कि हमने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम को आम सहमति बना ली है, हालांकि कुछ लोगों ने प्रणव मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल दिए जाने की बात कही थी, लेकिन इसके लिए आम सहमति जरूरी थी। आपको बता दें कि वनइंडिया ने पहले भी इस खबर को लोगों के सामने रखा था कि भाजपा की उम्मीदवार द्रौपदी मुरमू के सामने गोपाल कृष्ण गांधी उम्मीदवार हो सकते हैं।
विपक्ष की बैठके लगातार जरी हैं और अगले महीने ही वो इस्नके नाम पे आधिकारिक मुहर लगा देगी |