उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य नाथ के मुख्यमंत्री बनते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया पहला काम था प्रदेश मे एंटी रोमिओ स्क्वाड का गठन करना. इस बात से भी कोई इनकार नहीं कर सकता कि प्रदेश में महिलाओं व युवतियों के साथ छेडखानी की घटनाएँ नहीं होती थी या इस स्क्वाड के गठन के बाद नहीं होने वाली थी, लेकिन ते सच हैं कि एंटी रोमिओ स्क्वाड के गठन के बाद यूपी के शोहदों को कुछ फर्क पड़ना तो तय था. बहुत बार प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुधारने की बात भी कही लेकिन ऐसा असलियत में कितना हो पाया ये रामपुर में हुई छेडखानी की घटना के वीडियो में साफ़ दिख गया.
ऐसा नही हैं कि छेडखानी केवल रामपुर में होती हैं, ये शायद अब आम बात हो गयी हैं जी कि हमारे देश का दुर्भाग्य ही हैं. लेकिन उन लड़कों की हिम्मत तो देखिये कि उन्होंने अपने शर्मनाक कृत्य की वीडियो बनाकर उसे पोस्ट भी कर दिया. भाजपा यूपी में कानून व्यवस्था का काफी मज़ाक उडाती रही हैं लेकिन अभी तक कानून व्यवस्था को सुधरने के सिलसिले में क्या प्रयास हुए हैं ये देखना बाकी हैं. योगी सरकार सहारनपुर की जातीय हिंसा से जूझ ही रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर इलाके में बदमाशों ने बुधवार की रात एक परिवार के साथ लूटपाट की. सहारनपुर कांड अभी तक योगे जी के लिए चुनौती बना हुआ हैं. पिछले तीन हफ्ते से सहारनपुर में बवाल चल रहा है. सरकार ने कई बड़े अधिकारियों के निलंबन और तबादले किए, लेकिन हालात पर अब तक नियंत्रण नहीं किया जा सका है. उत्तर प्रदेश की पुलिस के आंकड़े भी कानून-व्यवस्था की खराब तस्वीर पेश करते हैं.
साथ ही योगी जी के मंत्री भी उनकी नाक नीची करने में कमी नहीं छोड़ रहे हैं. आपको याद ही होगा जब योगे जी पाकिस्तानी सैनिकों की बर्बरता से शहीद हुए बीएसएफ के एक हवलदार के परिवार से मिलने देवरिया में उसके घर गए तो वहां आनन-फानन में एसी लगाया गया, सोफा मंगवाया गया और कालीन बिछाया गया. मुख्यमंत्री के वहां से जाते ही यह सारा सामान उतनी ही तेजी से हटा भी लिया गया था. ये सारा मामला मुख्यमंत्री के दमन पर दाग ही लगा गया. दुसरी घटना मैनपुर के कोट गाँव की जहाँ लोगो को शैम्पू व साबुन दिए गये कि योगी जी की सभा में नाहा धोकर जाना.
अब प्रदेश की बिगडती कानून व्यवस्था शायद छोटी बात रह गयी और योगी जी का आराम बड़ी बात.