दो राज्यों के चुनाव की श्रृंखला में आज हिमाचल में चुनाव सम्पन्नहो गया और अंदाजा लगाया जा रहा हैं की लगभग 70 % वोटिंग हुई हैं | प्रदेश भर के लाखों लोगों ने नई सरकार के चयन के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान के लिए कुल 7525 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। इस बार चुनावी मैदान में कुल 337 उम्मीदवार मैदान में है जिनमें 19 महिलाएं शामिल हैं। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि सीपीएम 14 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में 136 मतदान केंद्र ऐसे थे जिनका संचालन पूरी तरह से महिलाएं कर रही थीं। चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम और वीवीपेट की सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। पहली बार प्रदेश में वीवीपैट का प्रयोग किया जा रहा है, सभी मतदान केंद्रों को सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वीवीपैट में जो लिस्ट दिखाई देगी वो 7 सेकेंड तक दिखाई देगी और 7 सेकेंड के बाद वह अपने आप बॉक्स में गिर जाएगी, उसे आप अपने घर नहीं ले जा सकेंगे।
जानिये वोटिं कहा कितनी –
हिमाचल के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ हिक्किम में मतदान संपन पोलिंग बूथ पर 84 प्रतिशत हुआ मतदान जबकि जिला कुल्लू में 5 बजे तक 74.86 प्रतिशत मतदान, कुल्लू विस क्षेत्र में 75.44 प्रतिशत मतदान, मनाली विस क्षेत्र में 77.77 प्रतिशत वोटिंग, बंजार विस क्षेत्र में 75.98 प्रतिशत मतदान, आनी विस क्षेत्र में 66.40 प्रतिशत वोटिंग हुई |
जोगिंद्रनगर से बीजेपी प्रत्याशी गुलाब सिंह ठाकुर ने अपने पुत्र सुमेंद्र ठाकुर व बहू मेघना ठाकुर के साथ मझारनू में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस अवसर पर गुलाब सिंह ने कहा कि जोगिंद्रनगर का मतदाता काफी प्रबुद्ध है और वह लगातार विकास के साथ चलता रहा है | हिमाचल विधानसभा चुनाव संधोल में मतदान का बहिष्कार धर्मपुर विस क्षेत्र के तहत आता है संधोल इलाका अधिकतर ग्रामीणों ने मतदान से मोड़ा मुंह इलाके की बदहाली से खफा होकर किया बहिष्कार। इसके अलावा धर्मपत्नी संतोष शैलजा के साथ वोट डालने के बाद नोटबन्दी और GST पर बोले लोकसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार: प्रसव पीड़ा के बाद ही घर में मिठाई बंटती है, खुशियां आतीं है। अब की बार 1990 से ज्यादा बहुमत मिलेगा हिमाचल में भाजपा को।
प्रदेश में चुनाव आयोग के दवों के विपरीत आज कई स्थानों पर ईवीएम मशीनें खराब हो गईं। जिससे मतदान में रूकावट आई। ईवीएम मशीनें खराब होने से जहां मतदाताओं को भारी परेशानी झेलन पड़ी। वहीं मतदान केन्द्रों के बाहर हंगामें हुए |