गांधीनगर ||
गुजरात चुनाव प्रचार में राहुल गाँधी ने दिन रात एक किया हुआ हैं और लगातार रैलियां कर रहे हैं लेकिन उनके पार्टी में बागी हुए कुछ लोग उनके लिए सरदर्द बनते नजर आ रहे हैं | हालाँकि टिकट बटवारे के बाद ये मुश्किल हालात बीजेपी के साथ भी हुए थे लेकिन अब कांग्रेस में भी ये दीवार कड़ी होती दिखाई दे रही हैं |
इन क्षेत्रो से आई मुश्किलें
ये क्षेत्र है उत्तर गुजरात का। इस बार गुजरात विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से ज्यादा घातक कांग्रेस के लिए उनके ही पार्टी के बागी नेता है। कांग्रेस के 19 बागी नेता चुनावी रण में उतर कर पार्टी के लिए सिरदर्द बन गए है। उत्तर गुजरात में कांग्रेस के 16 बागी चुनाव मैदान में हैं। उत्तर गुजरात में 6 जिले हैं, जिसमें गांधीनगर, बनासकांठा, साबरकांथा, अरवली, मेहसाना और पाटन शामिल है। 6 जिलों में 32 विधानसभाा सीटें हैं। बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां से 17 सीटें जीती थी,जबकि भाजपा को 15 सीटें मिली थीं। ऐसे में कांग्रेस के लिए यहां मुसीबत बढ़ गई है।
सबसे ज्यादा मुश्किल यहाँ
कांग्रेस को सबसे ज्यादा परेशानी बनासकांठा से हैं, जहां की पांच विधानसभा सीट, थारद, वडगाम, देसा, देवदार और कंकरेज शामिल हैं, सभी पर कांग्रेस के बागी नेता चुनावी रण में हैं। थारद में कांग्रेस ने मावजीभाई पटेल की जगह बीडी राजपूत को टिकट दिया है।मावजी भाई साल 2012 के विधानसभा चुनाव में 3473 मतों से हारे थे। मावजी भाई ने इस बार नामांकन किया है और पीछे हटने से इनकार कर दिया है। इसके साथ ही वडगाम सीट जहां से जिग्नेश मेवाणी चुनाव मैदान में है, वहां से भी कांग्रेस के 2 बागी चुनाव मैदान में हैं। वडगाम की सीट कांग्रेस के लिए सुरक्षित मानी जाती है।
हलाकि अभी तक कांग्रेस के किसी भी दिग्गज नेता का इस बारे में कोई भी बयान नहीं आया हैं | अभी हाल ही में टिकट बटवारे के बाद बीजेपी में भी यही मुशकिल हालात पैदा हुए थे जिसे अमित शाह ने सुलझाने की कोशिश तो की लेकिन वो उम्मदीवार खुद को टिकट ना दिए जाने की वजह लिए खड़े हुए हैं और बीजेपी के लिए बागी साबित हो रहे हैं |
चुनावी सीजन में ये होना आम बात हैं लेकिन जब चुनाव गुजरात का हो तो इस बात को नजरंदाज नहीं किया जा सकता हैं क्योकि इस समय बीजेपी और कांग्रेस के लिए एक एक सीट बहुत महत्वपूर्ण हैं जिसकी वजह हैं एक सर्वे | सर्वे में सामने आया हैं की बीजेपी और कांग्रेस का दोनों का वोट प्रतिशत 43-43 हैं जिसमे कोई भी कुछ नाम मात्र्र की सीट जीत लेने से गुजरात का मुखिया बन सकता हैं |