पूर्वोत्तर के राज्यों में से एक में कांग्रेस एक बार फिर से एक बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ की हर जगह कांग्रेस का मजाक बनाया जाने लगा | कांग्रेस किस तरह से वहां सरकार बनाने के लिए रणनीति बना रही है, उसको लेकर उनका फॉर्मूला कैमरा में कैद हो गया। कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक के हाथ में एक पेपर सामने आया है जिस पर लिखा है किन पार्टियों से सहयोग लिया जाएगा। कांग्रेस को 20 सीटों पर बढ़त है, मुकुल के पर्चे पर कांग्रेस को 20 या 19 सीट मिलने की बात कही गई है। मुकुल वासनिक ने कहा है कि हमें बहुमत मिलने की उम्मीद है लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो हम अपनी विचारधारा की पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे।
इन पार्टियों से लेना है सहयोग
पर्चे पर लिखा यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) की छह सीटें लिखी हैं। केएचएनएएम की एक सीट, तीन निर्दलीय और एचएसपीडीपी की दो सीटे जोड़ी गई हैं। इस तरह से ये संख्या 32 तक पहुंच रही है। मेघालय में 60 सीटें हैं, ऐसे में यहां 31 सीट बहुमत के लिए चाहिए। ताजा जानकारी तक, मेघालय में कांग्रेस को 20, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 19, भारतीय जनता पार्टी को 2, यूडीपी की छह सीटें, केएचएनएएम की एक सीट, एचएसपीडीपी को दो सीटें, पीडीएफ को 4 सीटें, एनसीपी को एक सीट और दो सीटों पर निर्दलियों को बढ़त है।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को मेघालय भेजा गया
मेघालय में चुनाव नतीजों के बाद छोटी पार्टियों को साधा जा सके इसके लिए कांग्रेस ने अहमद पटेल और कमलनाथ को मेघालय भेज दिया है। गोवा और मणिपुर चुनाव नतीजों कांग्रेस के बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा ने वहां सरकार बना ली था। कांग्रेस ने अहमद पटेल और कमलनाथ को आनन-फानन में शिलॉन्ग भेज दिया है ताकि सरकार बनाने में पार्टी अपने सारे हथियारों का इस्तेमाल कर सके।
संगमा दोनों सीटो में जीते
मेघालय के सीएम मुकुल संगमा इस बार दो सीटों अंपाती और सोंगसाक से चुनाव मैदान में उतरे थे, दोनों ही सीटों पर उन्होंने जीत दर्ज की है। मुकुल संगमा दो सीटों अंपाती और सोंगसाक से चुनाव मैदान में उतरे और दोनों ही सीटों से जीत दर्ज की है। मेघालय की 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं।
जाहिर सी बात है की तीन राज्यों के चुनाव में त्रिपुर में बीजेपी को भारी बहुमत मिली है और वहां बीजेपी की सरकार बनने जा रही है | वही मेघालय में सबसे अधिक सीटें कांग्रेस की आई है जिसमे अभी भी कांग्रेस को गठबंधन से सरकार बनानी पड़ेगी और अपनी सता वापिस लानी पड़ेगी जिसके लिए कांग्रेस लगातार अपना समीकरण भिड़ा रही है