सुपरस्टार रजनीकांत आये दिन अपने कामो की वजह से चर्चा में रहते है और अपनी अलग राजनैतिक पार्टी बनाने के बाद रजनीकांत अब हिमालय की यात्रा में निकल चुके है | रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वह ‘आध्यात्मिक राजनीति’ करेंगे। उनके 10 दिन में लौटने की संभावना है। अपनी इस यात्रा के दौरान वह बाबाजी के आश्रम में पूर्जा-अर्चना करेंगे। जानकारी के मुताबिक रजनीकांत सबसे पहले विमान से शिमला जाएंगे फिर वहां से ऋषिकेश जाएंगे। वह हिमालय की तलहटी में स्थित आध्यात्मिक केंद्र में समय बिताएंगे। इस केंद्र का निर्माण रजनीकांत और उनके मित्रों ने योगोदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया (वाईएसएस) के 100 वर्ष पूर्ण होने पर कराया था। हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले रजनीकांत ने कहा,”मैं आध्यात्मिक यात्रा पर रवाना हो रहा हूं।” उन्होंने कावेरी मामले और शुक्रवार को शहर में कॉलेज छात्रा की हत्या के बारे में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने से इंकार कर दिया। आपको बता दें कि रजनीकांत इन दिनों फिल्मों से ज्यादा राजनीति को लेकर सुर्खियों में हैं।
सभी सीटो पर पार्टी लड़ेगी चुनाव –
रजनीकांत ने गत 31 दिसम्बर को राजनीति में प्रवेश करने की पुष्टि की थी और उन्होंने घोषणा की थी कि वह अपनी पार्टी शुरु करेंगे और 2021 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि राजनीति में आने के बाद ऐसे कयास लगाया जा रहे हैं कि कमल हासन और रजनीकांत आपस में मिल सकते हैं।दोनों एक बार मुलाकात भी कर चुके हैं। मुलाकात के बाद हासन ने रजनीकांत की पार्टी के साथ एलायंस होने के बारे में पूछने पर समय पर बात टाल दी थी, उन्होंने कहा था, ‘इस बारे में तो सिर्फ समय ही बताएगा।’ रजनीकांत से मुलाकात के बाद कमल हासन बोले, ‘हमारी मुलाकात कोई राजनीतिक नहीं, सिर्फ औपचारिक थी, मैं उन्हें अपने राजनीतिक टूर के बारे में जानकारी देने आया था, उन्होंने मुझे इस सफर के लिए शुभकामनाएं दी |
जाहिर है की दक्षिण भारत के दो महँ अभिनेताओं के राजनीति में आने से देश की पुरानी राजनैतिक पार्टियाँ सकते में आ गई है और अब पहले की तरह दक्षिण भारत की रानीति आसन नहीं होगी क्योकि दोनों के करोडो चाहने वाले कही ना कही इनकी तरफ झुकेगे और पुरातन पार्टियों को इसका भारी नुकसान सहना पड़ेगा | राजनीति में आने के साथ साथ रजनीकांत अब सोशल मीडिया पर भी नजर आने लगे है और दो दिन पहले ही उन्होंने अपना फेसबुक पेज बनाया और सिर्फ एक शब्द वदक्कम से जनता का अभिवादन स्वीकार किया उर देखते ही देखते कुछ पलो में ही रजनीकांत के लाखो फलोवार्स हो गए | आपको बता दे की राजनीती में आने के बाद रजनी का कहना है की वो बदलाव के लिए यहाँ आये है और देश में चल रहे सरकार के कामो से वो खुश नहीं है |