उपचुनाव जीतना तो जैस बीजेपी के लिए एक सपना सा हो गया है और ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला बिहार की जहानाबाद सीट पर |
बिहार उपचुनाव में जहानाबाद सीट राजद ने जीत ली है, ये जीत मायूसी और निराशा में जी रहे राजद कार्यकर्ताओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। आपको बता दें कि जहानाबाद विस उपचुनाव में राजद प्रत्याशी कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव करीब 35 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। उनकी जीत का आभास जेडीयू के उम्मीदवार अभिराम शर्मा को पहले से हो गया था और इसी कारण शायद वो कउंटिग खत्म होने से पहले ही मतगणना केंद्र को छोड़कर चले गए थे और मीडिया से कहा था कि अगर यहां राजद जीतती है तो ये विनाश की जीत होगी। गौरतलब है कि जहानाबाद में 11 मार्च को वोटिंग हुई थी।
इन दिग्गजों ने दी बधाई –
जहानाबाद में लालटेन के जलने पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर तेजस्वी यादव और मीसा भारती को बधाई दी है। सोनिया गांधी की डिनर पार्टी में मुलाकात का जिक्र करते हुए उमर अब्दुल्ला ने लिखा, ‘आज के आए उपचुनावों के नतीजों के बाद तेजस्वी यादव और मीसा भारती को ढेर सारी बधाई। पिछली रात डिनर पार्टी में आपसे मुलाकात कर अच्छा लगा था। तो वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी जहानाबाद की जीत के लिए राजद प्रमुख लालू यादव को बधाई दी है, जिसके जवाब में लालू ने लिखा-Thank You दीदी।
तेजप्रताप ने नितीश पे ली चुटकी –
अब तक चुप रहे राजद की ओर से पहली प्रतिक्रिया आई है और ये प्रतिक्रया दी है राजद नेता और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने, जिन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए जीत पर खुशी जताई और सीएम नीतीश कुमार पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि चच्चा अब बैठकर मिठाई खाएं। अपनी बात कहते हुए तेज प्रताप खुद ही हंस दिए।वही अररिया से भी राजद की बड़ी जीत सामने आ रही है |
लालू के जेल जाने से मिली सहानुभूति –
जाहिर है की राजनीतिग्य विशेषज्ञों का कहना है की लालू यादव के जेल जाने से उनके बेटो और पार्टी के उम्मीदवारों को सहानुभूति मिली है जिसके चलते बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन ये चुनाव नहीं बचा पाया और इनकी बुरी तरह से हार हुई | आपको बता दे की लालू यादव चारा घोटाल में जेल में है जिसकी वजह से वो चुनाव प्रचार में सक्रीय नहीं थे और इसका सीधा सीधा फायदा उनके बेटो ने उठाया और खद को एक बड़े नेता के रूप में स्थापित किया | वही इन दोनों सीटो पर हारने के बाद बीजेपी की आगामी लोकसभा चुनावों में मुश्किलें बढती नजर आ रही है |