आज के समय में वर्तमान सरकार के खिलाफ जनता के साथ साथ संसद प्रतिनिधि भी अपनी मागो को लेकर प्रदर्शन कर रहे है और बात यही नही रुकी क्योकि एक सांसद महोदय पोस्टर लेकर संसद की छत में चढ़ गए | दरअसल आँध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए वायएसआर कांग्रेस के सांसद विजय साई रेड्डी ने संसद के पहले माले पर खड़े होकर आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। विजय साई रेड्डी पहले माले पर खड़े हो गए, उनके हाथ में तख्ती थी, जिस पर आन्ध्र प्रदेश को स्पेशल स्टेटस दिए जाने की मांग की गई थी। आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सूबे में प्रभाव रखने वाली कई पार्टियों के सांसद लगातार संसद में प्रदर्शन कर रहे हैं।
हो रहा लगातार बवाल –
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने को लेकर सूबे की सत्ताधारी तेलगू देशम पार्टी भी लगातार मांग कर रही है। इसको लेकर उसके और भाजपा के बीच बीते कुछ समय में टकराव भी देखने को मिला है। हालांकि इस मांग के बीच केंद्र ने राज्य को विशेष सहायता के तौर पर 12,476 करोड़ रूपए देने की घोषणा की है। इसे आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) को एनडीए में बनाए रखने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। टीडीपी केंद्र सरकार में भाजपा का सहयोगी है। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टीडीपी ने केंद्र सरकार में शामिल अपने दोनों मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी को हटा लिया था. इस दौरान टीडीपी के एनडीए गठबंधन से अगल होने की खबर भी आई थी। इसके बाद पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की थी।
पीएम ने दिया था आशवासन –
टीडीपी केंद्र सरकार में भाजपा का सहयोगी है। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टीडीपी ने केंद्र सरकार में शामिल अपने दोनों मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी को हटा लिया था. इस दौरान टीडीपी के एनडीए गठबंधन से अगल होने की खबर भी आई थी। इसके बाद पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की थी।
टूट चुका है गठबंधन , मनाने में लगे है मोदी शाह –
जाहिर है की इसी माग के चलते बीजेपी और टीडीपी का गठबंधन भी टूट चुका है और वो लगातार आँध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की माग कर रहे है | रूठे चंद्रबाबू नायडू को मनाने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नरेन्द्र मोदी लगातार कोशिश कर रहे है और बताया जा रहा है की गठबंधन टूटने पर नरेन्द्र मोदी ने फ़ोन पर दस मिनट तक बात भी की ठी लेकिन बात नहीं बनी क्योकि वो अपनी माग को लेकर अड़े हुए है |