आज भाजपा ने यूपी में अपना घोषणापत्र जारी कर दिया. इस इवेंट में भाजपा मंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. आदित्यनाथ पूर्वी उत्तर प्रदेश से भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते हैं. योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से भाजपा के सांसद भी हैं. चुनावों में जिस प्रकट से योगी आदित्यनाथ की भाजपा द्वारा अनदेखी की जा रही हैं उससे शायद योगी आहत हैं. इसीलिए ऐसी खबरें आ रही हैं योगी आदित्यनाथ के अंतर्गत आने वाली हिन्दू युवा वाहिनी (HYV) ने कुशीनगर और महाराजगंज जिले से विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 6 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी हैं. हालांकि मोर्चे के संस्थापक बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने इस कदम का समर्थन नहीं किया है
जब आज के आयोजन में इस विषय पर योगी आदित्यनाथ से पूछा गया तो वे यह कहकर टाल गए कि आयोजन स्थल में वो पार्टी का प्रचार करके आ रहे हैं और वहां से फिर प्रचार के लिए ही निकलेंगे. हिन्दू युवा वाहिनी की खोज योगी आदित्यनाथ ने ही 2002 में की थी.
क्या हैं हिन्दू युवा वाहिनी की मांगे.
वाहिनी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनके संस्थापक का अपमान किया है. भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में भी शामिल नहीं किया हैं. इसी कारण वाहिनी के कार्यकर्ता नाराज हैं. वाहिनी ने अभी तक केवल 6 उम्मीदवारों की घोषणा की हैं. अन्य सीटों पर भी हिन्दू युवा वाहिनी जल्द ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा करेंगी. सुनील सिंह का ये भी कहना हैं कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग आदित्यनाथ जी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं किया. साथ ही हिन्दू युवा वाहिनी का ये भी आरोप है कि आदित्यनाथ जी ने करीब 10 उम्मीदवारों की लिस्ट दी थी, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ दो को ही टिकट दिया. इसी के चलते हिन्दू युवा वाहिनी अपने उम्मीदवारों को यूपी के चुनावी मैदान में ला रही हैं.
क्या कहा योगी आदित्यनाथ ने.
इस विषय पर योगी आदित्यनाथ से पूछे जाने पर योगी ने बताया कि हिन्दू युवा वाहिनी सामाजिक संगठन है और उसके राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने की कोई योजना नहीं है. योगी ने कहा कि जो लोग राजनीति में घुस रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी क्योंकि यह अवैध है और वाहिनी की नीतियों और विचारों के खिलाफ है.