देश के नवनिर्वाचित महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज देश के प्रथम नागरिक के रूप में शपथ ली | रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह के समय सभी सांसदों ने बन्दे मातरम् के साथ अचानक जय श्री राम के नारे लायें | आज तक राष्ट्रपति भवन में या फिर किसी भी कार्यक्रम के दौरान ऐसा नहीं हुआ |
शपथ के बाद राष्ट्रपति का ये संबोधन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विविधता ही हमारी ताकत है। डिजिटल राष्ट्र विकास की ऊंचाई पर ले जाएगा। हमें एक ऐसा समाज तैयार करना होगा, ऐसा समाज जिसकी कल्पना महात्मा गांधी ने किया था। ये हमारे सपनों का भारत होगा। हमारी सेना, पुलिस, वैज्ञानिक, किसान, शिक्षक, युवा, महिलाएं सभी राष्ट्र निर्माता हैं। स्टार्टअप करने वाला हर शख्स राष्ट्र निर्माता है। भारत के प्रत्येक नागरिक पर हमें गर्व है। 21वीं सदी भारत की सदी होगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि राष्ट्र निर्माण अकेले सरकार का काम नहीं। विविधता देश की सफलता का मंत्र है। आर्थिक विकास के साथ ही नैतिक आदर्श भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि न्याय और समानता के मूलमंत्र का पालन करुंगा। इसी सेंट्रल हॉल में विचारों का सम्मान करना सीखा। हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है।
संबोधन में कांग्रेस ने उठाये ये सवाल
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने संबोधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का नाम ही नहीं लिया जो कि अचरज की ही नहीं बल्कि बेहद अजीब बात है, जो कि दिल को चुभ रही है।
आपको बता दे की रामनाथ कोविंद ने देश के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और उन्होंने प्रणव मुखर्जी की जगह ली |