देश में बन्दे मातरम् नहीं गाने को लेकर अकसर हिन्दू मुसलमान भिड़े जाते हैं और हाल ही में ताजा मामला सामने आया हैं महाराष्ट्र विधानसभा का | भाजपा विधायक राज पुरोहित ने विधानसभा में कहा कि वह राष्ट्रीय गीत गाना अनिवार्य करने को लेकर राज्य सरकार से नया कानून लाने के लिए कहेंगे। जिसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो किसी भी कीमत पर वंदे मातरम नहीं गाएंगे। आजमी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह वंदे मातरम का बेहद सम्मान करते हैं, लेकिन वह इसे किसी भी परिस्थिति में नहीं गाएंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।
विभाजन के समय अनिवार्य नहीं था बन्दे मातरम् – अबू आजमी
आजमी ने कहा कि विभाजन के समय ये नहीं कहा गया था कि भारत में रुकने वाले मुस्लिम को वंदे मारतम गाना होगा। आजमी ने कहा कि आप मुझे गोली मार सकते हैं या देश से बाहर फेंक सकते हैं, लेकिन हम इसे नहीं गाएंगे।आजमी के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-मुसलिमीन के विधायक वारिस पठान ने कहा कि उनके सिर पर बंदूक रख दी जाए या फिर उनके गले पर चाकू रख दिया जाए तो भी वो वंदे मातरम नहीं गाएंगे।
उन्होंने कहा कि वंदे मातरम गाकर उन्हें अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी सच्चा मुसलमान इसे नहीं गाएगा, क्योंकि इस्लाम में इसकी इजाजत नहीं है। दोनों ही नेताओं के बयान पर शिवसेना ने कहा कि जिन्हें वंदे मातरम गाने पर आपत्ति है वो पाकिस्तान चले जाए
कई बार हो चुका हैं विवाद
जाहिर हैं की बन्दे मातरम् नहीं गाने को लेकर कई बार विवाद खड़ा हो चुका हैं | अभी इसपे किसी भी बड़े नेता की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई हैं |