आमजन में एक कहावत हैं की “ दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता हैं ” ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा हैं सपा और कांग्रेस के गठबंधन में | अभी हाल ही में गाजियाबाद की के धौलाना की रैली में अखिलेश ने कहा की मुझसे लोग अक्सर सवाल पूछते हैं की क्या ये गठबंधन लोकसभा चुनावों में भी रहेगा , तो मैं उन लोगो को बता देना चाहता हूँ की जब तक बीजेपी को केंद्र से उखाड़ के नहीं फेंक देगे तब तक ये गठबंधन रहेगा | रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने लोगों के बीच जहर घोलने का काम किया है, इन लोगों ने इतना नफरत फैलाया है जितना वो फैला सकते थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब सपा सत्ता में आएगी तो देश की राजनीति में बदलाव आएगा, बदलाव लाने में हमे जिस भी बाधा का सामना करना पड़ेगा हम करेंगे, अगर हमें कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पड़ेगा तो हम करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियों के नेताओं की सोच एक समान है। जबतक हम देश से सांप्रदायिक पार्टी भाजपा का शासन खत्म नहीं कर देते हम साथ में काम करेंगे। इसी वजह से यह लोग इस गठबंधन से घबराएं हैं, उन्हें पता है कि अगर वह यूपी हारते हैं तो वह राष्ट्रीय राजनीति में भी हार जाएंगे, इसी वजह से इस बार के चुनाव काफी अहम हैं, यह ना सिर्फ यूपी बल्कि देश की राजनीति को भी बदल देगा। इस रैली में अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की भी तस्वीर रैली में लगी थी। अखिलेश ने कहा कि एक समय था जब साईकिल चुनाव चिन्ह हमसे छिन सकता था लेकिन अब आप इसे याद रखिएगा, यह अब आपके और हमारे साथ है। अगर कोई है जो इस साइकिल में रफ्तार ला सकता है तो वह आप हैं, आपके साथ के चलते इस साइकिल को और रफ्तार मिलेगी क्योंकि अब कांग्रेस का भी हाथ इस साइकिल के साथ है।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों को सरकार से जोड़ने के लिए हम समार्ट फोन देंगे, स्मार्टफोन के लिए अभी तक कुल 1.40 करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, अगर ये लोग हमें वोट दे देते हैं तो सरकार बन जाएगी, अकेले इन लोगों के वोट से ही कांग्रेस-सपा को 300 से अधिक सीटें हासिल होंगी।