आज का दिन उत्तर प्रदेश की जनता के लिए सौगातों भरा होने वाला हैं. आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री डेढ़ दर्जन योजनाओं का लोकार्पण या शिलान्यास करेंगे. उत्तर प्रदेश चुनावों की दहलीज पर खड़ा हैं. कल से विधान सभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कोई मौका नही छोड़ना चाहते. क्यूंकि यदि आचार संहिता लागू हो गयी तो अखिलेश यादव कोई भी नयी योजना या शिलान्यास आदि नहीं कर पाएंगे.
आज उत्तर प्रदेश को 6 घंटो के भीतर करीब 6 हजार करोड़ रुपये की सौगात मिलने जा रही हैं. आज मुख्यमंत्री इलाहाबाद में बने राज्य विश्वविद्यालय के भवन का लोकार्पण करेंगे. इस भवन को बनाने में 530 करोड़ का खर्च आया हैं. साथ ही बिजनोर में मेडिकल कॉलेज और फैजाबाद में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करेंगे.
उत्तर प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए अखिलेश यादव ने पहले ही राज्य कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का तोहफा भी दे दिया. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को एक जनवरी से लागू करने की बात कहते हुए दावा भी किया कि ‘‘आने वाले समय में यही लोग, जिन्हें सरकार ने लाभ पहुंचाया वे बहुमत की सरकार बनाएंगे.’’ चुनावों की तारीखों का एलान आने वाले कुछ ही दिनों में हो जायेंगा. इसके संकेत चुनाव आयोग ने भी दे दिए हैं. ऐसे में ये माना जा रहा है कि अखिलेश विकास का दांव खेल रहे हैं.
अखिलेश यादव बार बार सार्वजनिक मंचों पर नज़र आ रहे रहे हैं. कल अखिलेश यादव ने लोक भवन में सात विभूतियों को यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया. इस वित्त वर्ष में अखिलेश अब तक 84 लोगों को यश भारती सम्मान दे चुके हैं.यहाँ भी अखिलेश ने सपा सरकार के विकास कार्यों को दोहराया. अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी लोगों ने बेटियों को लक्ष्मीबाई का सम्मान दिया है. महिलाओं के लिए समाजवादी पेंशन योजना का की शुरुआत की. वहीं शिक्षा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा लैपटॉप बांटे हैं, जिसमें सबसे अधिक लड़कियों को दिया है.बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि अब आपको तय करना है कि आप काम वाले लोगों का चुनेंगे या जुमले वाले लोगों को, जिन्होंने अच्छे दिनों का वादा किया था. हमें अच्छे दिन नहीं दिख रहे. आपको दिखे तो बताइएगा.
साथ ही अखिलेश किसी भी मौके पर नोट बंदी की निंदा करने से भी नहीं चूक रहे हैं. अखिलेश यादव ने कल भी नोट बंदी पर फिर से केंद्र सरकार सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस भी देश में नोट बंदी हुई हैं वो पीछे की और ही गया हैं. भारत में की गयी नोट बंदी भी इसी श्रेणी में आती हैं. भारतियों के विषय में बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग तो आगे बढ़ने वाले लोग थे. इस नोट बंदी ने हमें पीछे धकेल दिया.