आज अखिलेश यादव ने पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर के खतौली में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर कई वार किये. अखिलेश यादव ने यहाँ भी मोदी सरकार पर अपना जारी रखा. यूपी के इस क्षेत्र में खेती अधिक होती हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के द्वारा पेश किए गए आम बजट पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार के चौथे बजट में भी अच्छे दिन नहीं आएं हैं.
आज की चुनावी रैली में अखिलेश यादव ने मोदी सरकार के बजट से लेकर नोटबंदी तक के सभी मामले उठाए. आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन कर रही सपा का पूरा जोर बीजेपी के खिलाफ लामबंद होने पर रहा. पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि पीएम गुजरात से पलायन कर के यूपी आए और यहां से दिल्ली चले गए. उन्होंने कहा कि बीजेपी बताएं कि उसने किसानों के लिए क्या किया.
इस चुनावी सभा में भी अखिलेश यादव ने सपा कांग्रेस गठबंधन की जीत का आंकड़े को 300 से पार पहुँचने की बात की. मुलायम सिंह यादव ने सपा कांग्रेस के गठबंधन का विरोध किया था लेकिन आज अखिलेश यादव ने अपने इस गठबंधन को सही ठहराते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस अब चुनावी मैदान में साथ हैं और अगली सरकार हमारी होगी. बहुमत तो हम पहले भी ला रहे थे, लेकिन अब जीत का आंकड़ा तीन सौ के पार चला जायेगा.
अखिलेश यादव ने चुनावों में एक मुद्दा तो केंद्र सरकार की नोटबंदी को बनाया और दूसरा मुद्दा यूपी के विकास को बनाया. नोटबंदी के बारे में बोलते हुए अखिलेश ने कहा 15 हज़ार ही भिजवा देते तो बहुत था. सबको लाइन में लगवा दिया. किसी को कुछ नहीं दिया. सबका पैसा और रख लिया.
अखिलेश यादव ने मुख्य रूप से भाजपा पर ही हमला बोला लेकिन मायावती को भी नहीं छोड़ा. मायावती के विषय में बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा जब भी सत्ता में आयेगी स्मारक और हाथी ही बनवायेगी.
अखिलेश यादव अब सभी राजनेतिक दाव पेंचों में माहिर हो चुके हैं. इसकी एक बानगी अखिलेश ने पिता से बगावत करके दिखा दी हैं. अब सपा के चुनाव प्रचार के दौरान भी अखिलेश यादव जिस तरह के तीखे व्यंग्य मोदी सरकार पर कर रहे हैं उससे हर कोई प्रभावित हैं.