भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी का ‘बबुआ’ (बच्चा) कहकर मजाक उड़ाते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष काम न करने को लेकर सरकार पर हमला करते रहते हैं, उनको दशकों तक भारत पर शासन करने वाली अपनी तीन पीढ़ियों के कामों का लेखा-जोखा भी देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर द्वारा शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में जयपुर ग्रामीण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के श्रमिकों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला बोला था।
विपक्ष से छीने कई राज्य-
अमित शाह ने उप-चुनावों में भाजपा की हार के बाद कांग्रेस और विपक्ष के खुशी मनाने पर कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें ऐसा विपक्ष मिला है जो कुछ उप-चुनावों में जीत से संतुष्ट है, भले ही कई राज्यों में सत्ता खो चुका हो। अमित शाह ने कहा कि हमें 8 उप-चुनावों में हार मिली लेकिन हमनें विपक्ष से 14 राज्य छीन लिए। राहुल पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि शौचालय बने, एलपीजी वितरित किए लेकिन वो कहते हैं कि ये काम नहीं हुआ और वो काम नहीं हुआ।
अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा, ‘अरे बबुआ, सत्तर सालों में आपने क्या किया? आपकी तीन पीढ़ियों ने क्या किया? अगर 70 सालों में उन्होंने ये सब किया होता तो शौचालय बनवाने और लपीजी वितरित करने का सौभाग्य हमें नहीं मिला होता।
राजस्थान में अलग है समीकरण-
इस बार राजस्थान में बीजेपी के अलग समीकरण है और कई सारी ऐसी चीजे है जो लगातार इसे कमजोर कर रही है| जैसे की प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव ना होना| लगभग दो महीने से बीजेपी के पास कोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं है और कई सारे नामो में संशय चल रहा है| मुख्यमंत्री और केन्द्रीय नेतृत्व में भी बहुत बहस चल रही है| इसके अलावा सीएम का रुतवा भी लगातार कम हो रहा है और कई सरे स्थानीय के अलावा मंत्री भी बगावत कर चुके है| घनश्याम तिवाड़ी जैसे कई बड़े नेता लगातार पार्टी से अलग होकर खुद की पार्टी बनाने में अमादा है| इसके अलावा कई सारे स्थानीय विधायक आपस में सहमत नहीं हो पा रहे है और अपने आस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे है|
अमित शाह के सामने चुनौती-
राजस्थान में अमित शाह के सामने सबसे बड़ी चुनौती है इन सभी लोगो में सामंजस्य बनाना| कही ना कही बीजेपी के अंदर चल रहा भितरघात अब अमित शाह के लिए बहुत बड़ा मुद्दा होना चहिये| इसके अलावा टिकट के लिए भी भरी लड़ाई चल रही है और मुख्यमंत्री का खेमा अलग होता दिखाई दे रहा है| सीएम अपने लोगो को टिकट दिलवाना चाहती है जबकि वो लोग पूरी तरह से अपनी छवि खराब कर चुके है| ऐसे में यही सबसे बड़ी चुनौती अमित शाह के सामने है||