भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच अक्सर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी सामने आती है। लेकिन अमित शाह ने राहुल गांधी पर अपने बयानों पर सफाई देते हुए कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ मेरा कोई व्यक्तिगत बैर नहीं है। उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत के अपने नारे पर कहा कि जब मैं कहता हूं कि कांग्रेस मुक्त भारत होना चाहिए तो इसका मतलब यह कतई नहीं होता कि हमे कांग्रेस से आजादी चाहिए, बल्कि कांग्रेस पार्टी की जो संस्कृति है, उससे आजादी चाहिए।
व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं-
अमित शाह ने कहा राहुल गांधी के खिलाफ मेरे बयान को व्यक्तिगत तौर पर नहीं देखना चाहिए, राहुल गांधी ने लोगों के सामने कुछ मुद्दे उठाए थे और मैंने उनका जवाब देने की कोशिश की है। लोकतंत्र में कोई भी खतरे में नहीं है। हमारी पार्टी ने काफी अच्छे काम किए हैं और जबतक हम अच्छे काम करते रहेंगे लोग हमारा समर्थन करते रहेंगे। अमित शाह से जब पूछा गया कि क्या वह राहुल गांधी चुनौती मानते हैं।
राहुल से इस बात का हिसाब मांगता हूँ-
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं राहुल गांधी से गांधी परिवार की चार पीढ़ियों का हिसाब मांगता हूं क्योंकि वह पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी ने देश पर 55 साल तक शासन किया है। जब आप पार्टी के अध्यक्ष बनते हैं तो आपपर आपकी पार्टी की विरासत की जवाबदेही बनती है। जिस तरह से मैं भाजपा का अध्यक्ष होने के नाते सवालों का जवाब दे रहा हूं, उसी तरह राहुल गांधी को भी जवाब देने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
इन्होने केवल झूठ फैलाया –
आपको बता दें कि अमित शाह दो दिन के छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने 55 वर्षों तक लोगों से झूठ बोला है। जब शाह से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी यह नहीं चाहती है कि कोई और दल विपक्ष में देश में बचे तो उन्होंने कहा कि जब हम कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं तो हम कांग्रेस की संस्कृति को खत्म करने की बात करते हैं ना कि पार्टी को खत्म करने की। लोकतंत्र की कल्पना विपक्ष के बिना नहीं की जा सकती है, लेकिन कांग्रेस को जिंदा रखने की जिम्मेदारी मेरी नहीं है, यह राहुल गांधी की जिम्मेदारी है।
हमारे साथ लोग-
शाह ने मिडिल क्लास के भाजपा से दूर होने के सवाल पर कहा कि अगर मध्यम वर्ग हमसे दूर हो रहा होता तो हम इस बड़े स्तर पर चुनाव नहीं जीत रहे होते, यह लोगों में अफवाह फैलाई जा रही है। हमने मध्यमवर्ग परिवार के लिए बहुत कुछ किया है। उनके लिए कई योजनाओं की शुरुआत की गई है, यही वजह है कि भाजपा की 14 राज्यों में अपने दम पर सरकार है। सरकार लगातार पिछले 12 दिनों से पेट्रोल की कीमतों के बारे में सोच रही है, पेट्रोल के दाम कम हुए हैं, सरकार लगातार लोगों की चिंता पर नजर बनाए हुए है।