भले ही चेन्नई सुपर किंग्स की टीम अपने दोनों ही मैच जीतने में सफल रही हो परन्तु फिर भी टीम की मुश्किलें बढती ही जा रही हैं ! जैसा कि आप जानते हैं चेन्नई के स्टार बल्लेबाज़ केदार जाधव पूरी तरह से आईपीएल से बाहर हो चुके हैं और अब वह चेन्नई के लिए इस साल एक भी मैच नहीं खेल पाएंगे ! टीम की मुश्किलें रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं ! जाधव के बाद अब टीम के सबसे बड़े खिलाडियों में से एक सुरेश रैना भी बुरी तरह से चोटिल हो चुके हैं और अब रैना भी टीम के लिए उपलब्द नहीं रहेंगे !
यदि आप नहीं जानते तो हम आपको बता दें कि अपने दूसरे मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ बल्लेबाज़ी करते
हुए सुरेश रैना चोटिल हो गये थे परन्तु उस समय ऐसा ही लग रहा था कि यह चोट कुछ ख़ास नहीं है. जैसा कि आपको पता है चोट के चलते केदार जाधव टीम से पूरे सीज़न के लिए बाहर हो चुके हैं और सुरेश रैना की बात करें तो सुरेश रैना केवल अगले 2 मैचों में ही चेन्नई सुपर किंग्स की टीम से बाहर रहेंगे जोकि टीम और फैंस दोनों के लिए राहत की बात है. खबर के अनुसार चोटिल होने की वजह से सुरेश रैना 10 दिन के लिए आईपीएल से दूर रहेंगे. इन दोनों मैचों में ज़रूर ही चेन्नई की टीम को सुरेश रैना जैसे अनुभवी बल्लेबाज़ की कमी महसूस होगी.
दो साल के बाद वापसी कर रही चेन्नई सुपर किंग्स की टीम इस साल के आईपीएल में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन कर रही है. अपने दोनों ही मैच में शानदार जीत दर्ज करके चेन्नई की टीम ने यह साफ़ कर दिया है कि वह इस साल भी टीम अपने नाम का लोहा मनवाने के लिए पूरी तरह तैयार है परंतु लगातार खिलाडियों का चोटिल होना वाकिये टीम के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. सुरेश रैना और केदार जाधव के अतिरिक्त इस समय फाफ डू प्लेसिस और मुरली विजय जैसे दो शानदार बल्लेबाज़ भी चोट की वजह से टीम में खेलते नज़र नहीं आ रहे हैं ! ऐसे अनुभवी खिलाडियों का टीम से बाहर होना भी एक चिंता का विषय है परन्तु खबर के अनुसार सुरेश रैना की तरह मुरली विजय और फाफ डू प्लेसिस भी जल्द ही टीम में खेलते नज़र आने वाले हैं जोकि टीम और फैंस के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर है .
चेन्नई की टीम भले ही इस साल विजेता बनने की मुख्य दावेदार नज़र आ रही हो परन्तु यदि इसी प्रकार खिलाडियों का चोटिल होकर टीम से बाहर होना चलता रहा तो शायद ही टीम टूर्नामेंट में आगे चलकर अच्छा कर पाए ! अब फैंस और टीम दोनों यही उम्मीद कर सकती है कि आगे के मैचों में कोई भी और प्लेयर चोटिल न हो क्योंकि यदि ऐसा होता है तो निश्चय ही टीम की मुश्किलें बहुत ही ज़्यादा बढ़ जाएँगी !