देश में शिक्षा के स्तर को बढाने के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन बिहार बोर्ड इसके बारे में कुछ भी नहीं कर पा रही हैं | पिछले साल की टापर रही रूबी को ये नहीं पता था की उनकी सब्जेक्ट कौन कौन सी हैं और इस साल के आर्ट्स के टोपर गणेश को संगीत में कुछ नहीं आता फिर भी उसे 100 में से 83 नम्बर मिले हैं जिसके चलते बिहार बोर्ड एक बार फिर सवालों के घेरे मी अगया हैं |
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक गणेश ने ये स्वीकार किया कि उसने एक या दो संगीत की क्लास अटेंड की होगी उसे संगीत के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं है। गणेश ने बताया कि उसे खुद भरोसा नहीं था कि वो टॉप करेगा। गणेश ने बताया कि वो एक सधारण छात्र है उसे टॉप करने का तनिक भी अंदेशा नहीं था।
गणेश को संगीत प्रैक्टिल में 70 में से 65 नंबर मिले हैं वहीं थ्योरी में कुल 30 में से 18 नंबर मिले है। जब प्रैक्टिकल के नंबर के बाबत गणेश के स्कूल के प्राचार्य अनितेंद्र कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘ हमारे यहां संगीत के प्रैक्टिकल में 60 से कम नंबर किसी को नहीं दिया जाता चाहे वो संगीत में कैसा भी हो’प्राचार्य की बातों से ये साफ होता है कि उनके कॉलेज में संगीत के प्रैक्टिकल में नंबर देने का कोई आधार नहीं है। और संगीत के शिक्षक ने गणेश कुमार को 70 में से 65 नंबर दिए।
बोर्ड ने दी क्लीन चिट
बिहार शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने भी गणेश को क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा है कि इस बार रिजल्ट में किसी तरह की कोई गड़बड़ी की गुजाइंश नहीं है। उन्होंने गणेश को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि गणेश की मेरिट पर किसी भी तरह से सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता है।