गुजरात चुनाव शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं जिसके लिए सभी पार्टियों ने अपना पूरा जोर लगा रखा हैं लेकिन हाल ही में हुए एक सर्वे में ऐसे तथ्य सामने आये हैं जो की बीजेपी के लिए अच्छे नहीं हैं |एबीपी न्यूज-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल में जो तस्वीर सामने आई है वो खास तौर से बीजेपी के लिए होश उड़ाने वाला है। ताजा सर्वे में गुजरात की जनता का विश्वास कहीं न कहीं कांग्रेस पर फिर से बढ़ता दिखाई दिया है। कांग्रेस ताजा सर्वे में बीजेपी को कांटे की टक्कर देती नजर आ रही है। दोनों प्रमुख पार्टियों का वोट शेयर 43-43 फीसदी पहुंच गया है। एक नजर एबीपी न्यूज-सीएसडीएस के ताजा सर्वे में सामने आई बड़ी बातों पर.
ये हैं रिजल्ट –
गुजरात विधानसभा की 182 सीटों में से बीजेपी के खाते में 91 से 99 सीटों का अनुमान है। वहीं कांग्रेस भी कांटे की टक्कर देती नजर आ रही है। उसके खाते में 78 से 86 सीटें आने का अनुमान है। वहीं अन्य के खाते में 3 से 7 सीटों का अनुमान जताया गया है। गुजरात विधानसभा चुनाव के ताजा सर्वे में साफ तौर कांग्रेस मजबूती से उभरती नजर आ रही है। करीब एक महीने पहले यानी नवंबर में आए सर्वे की बात करें तो उस समय बीजेपी को 113 से 121 सीटें और कांग्रेस के खाते में 58 से 64 सीटें आने का अनुमान जताया गया था। वहीं अक्टूबर के ओपिनियन पोल में बीजेपी को 115 से 125 सीटें आने का अनुमान जताया गया था, उस समय कांग्रेस के खाते में 57 से 65 सीटें जाती नजर आई थी।
परेशानी में बीजेपी
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में कराए गए सर्वे के आंकड़े देखें तो लगातार बीजेपी की सीटें घटती नजर आ रही हैं। वहीं वोट शेयर की बात करें तो उसमें भी बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। ताजा सर्वे बीजेपी और कांग्रेस दोनों का वोट शेयर बराबर दिखाई दे रहा है। दोनों के वोट शेयर 43-43 फीसदी पर हैं। वहीं नवंबर के सर्वे में बीजेपी का वोट शेयर 47 फीसदी और कांग्रेस 41 फीसदी रहा था। इससे पहले अक्टूबर में बीजेपी का वोट शेयर 48 फीसदी और कांग्रेस का वोट शेयर 39 फीसदी रहा था।
घट रही बीजेपी की पकड़
गुजरात में 22 साल से सत्ता संभाल रही बीजेपी के लिए ताजा ओपिनियन पोल के आंकड़े परेशान कर सकते हैं। अक्टूबर के ओपिनियन पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोट शेयर का फासला 9 फीसदी का था। वहीं नवंबर की बात करें तो उस समय के ओपिनियन पोल में फासला घटकर 6 फीसदी हो गया था। हालांकि गुजरात में पहले चरण के चुनाव से ठीक 5 दिन पहले कराए गए ताजा ओपिनियन पोल में वोट शेयर का अंतर शून्य पहुंच गया है।