भारतीय जनता पपार्टी उत्तर प्रदेश चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनने के लिए पूरी जोर आजमाएश लगा रही हैं. इसी दिशा में भारतीय जनता पार्टी किसान महा अभियान की शुरुआत कर शहरी व ग्रामीण कस्बों में किसानों और ग्रामीण युवाओं के साथ अलाव पर संवाद कर केन्द्र सरकार की नीतियों व उपलब्धियों को गांव-गांव तक पहुंचाएगी. इससे पहले भाजपा ने जगह जगह ड्राप बॉक्स बना कर यूपी की जनता के विचार भी उनसे जानने की कोशिश की थी.
भाजपा अब अपने मतदाताओं से सीधे संवाद को अधिक अहमियत दे रही हैं. अब किसानो और युवाओं के साथ सीधे संवाद करने के लिये भाजपा के कार्यकर्त्ता 4 जनवरी से किसान महाअभियान चलाएंगे.
ये रहेगा कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 343 ग्रामीण व अर्द्धशहरी विधानसभाओं के 4 हजार गांवों में प्रत्येक में 10 से 20 स्थानों पर लगातार 8 दिन तक अलाव सभा होगी. इस अलाव सभा में भाजपा के सभी पदाधिकारी मोदी सरकार के कार्यों के विषय में लोगों को बतायेंगे. इस पुरे कार्यकर्म का मुख्य उद्देश्य विशेषकर क्रषि और किसानो के भले के लिए किये गये कार्यों को उन तक पहुँचाना हैं. दुसरे चरण में 13 जनवरी को 75 जिलों में एक साथ किसान रैली होगी.
ऐसा करके भाजपा नोटबंदी के फैसले के सकारात्मक पहलु को भी किसानो के सामने रख पाएंगे. गौरतलब हैं कि नोट बंदी के बाद ही आम आदमी इस परेशान हैं. और किसान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं क्यूंकि जिस समय नोट बंदी का फैसला आया उस समय किसानों के अपने खेतेओं में बुवाई करनी थी. और बाज़ार में नकद की कमी होने के कारन किसानों को भी दिक्कत हुई थी. जिसमें जिले के किसान नेता व किसान यूनियन के सदस्य शामिल होंगे. इसमें किसानो की समस्याओं और उनकी मांगों को सुना जाएगा .
ये होंगे प्रभारी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि अलाव पर चर्चा का प्रोग्राम पिछली 25 दिसंबर को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने तय किया हैं. भारतीय किसान मोर्चा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के 15 गावों में अलाव चोपाल लगाएगी.