यूपी चुनाव देश के हर एक नेता की नजर में हैं , और हर एक नेता एक दमदार पार्टी से चुनाव लड़ना चाहता हैं जिससे की वो शत प्रतिशत चुनाव में विजयी हो और इसीलिए कई सारे दूसरे दलों के नेता मोदी की छवि को देखते हुए बीजेपी में शामिल हो रहे हैं , जिससे वहां के जमीनी कार्यकर्ताओ में भारी आक्रोश हैं | इलाहाबाद समेत मण्डल के प्रतापगढ, कौशांबी में भाजपाई अपनी ही पार्टी से बगावत पर उतर आये हैं। कार्यकर्ताओं के निशाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य हैं। जिनका जगह-जगह पुतला फूंका जा रहा है। शव यात्रा निकाल कर मुर्दाबाद के नारे लगाये जा रहे हैं।
यूपी में चुनाव सिर पर है और ऐसे में बीजेपी खुद अपने कार्यकर्ताओं से मुंह की खा रही है। गौरतलब है कि कार्यकर्ताओं ने साफतौर पर पार्टी द्वारा घोषित की गई प्रत्याशियों की सूची को नामंजूर कर दिया है, विशेषकर दलबदलू नेताओं को टिकट दिये जाने पर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, हर विधानसभा में जो भी दावेदार थे उन्हे सीधे तौर पर नकार दिये जाने पर दावेदारों ने खुला विरोध शुरू कर दिया है।
बड़ी हाईकमान की चिंता –
इलाहाबाद की 8 विधानसभा सीट और प्रतापगढ़ -कौशांबी की विधानसभा सीटों में दावेदारों के बागी सुर ने पार्टी हाईकमान की चिंता भी बढ़ा दी है। ऐसे में स्थिति और बिगड़ने के चलते पार्टी की आगामी दिनों में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आपात बैठक भी बुलाई जा सकती है। वहीं, पार्टी में एकरसता और कार्यकर्तोओं में शांति बनाए रखने को लेकर संगठन ने स्थानीय पदाधिकारियों को सामंजस्य बिठाने के लिए निर्देश दिया है।
दूसरे दलों में भी दलबदलुओ की इज्जत –
जाहिर हैं की सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि दूसरी पार्टिया भी दलबदलुओ को भारी इज्जत देते हुए हाथों हाथ टिकट दे रही हैं | सपा छोड़ के बसपा में जाने वाले पूर्व मंत्री अम्बिका प्रसाद चौधरी को बसपा ने पार्टी में शामिल होते ही टिकट दे दिया |
अब देखना ये होगा की आखिर दूसरे दल से आये नेताओं के उपर किया गया ये भरोसा किसको कहा तक लेके जाता हैं |