कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और भाजपा और कांग्रेस ने नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अमित शाह को गैर हिंदू बताया, जिसके बाद पर भाजपा बौखला गई और जवाब देने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सामने आए और कांग्रेसी मुख्यमंत्री पर हमला बोला। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि,’प्रदेश(कर्नाटक) में चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस नेता का अमित शाह को हिंदू ना बताना बिल्कुल गलत है। यह वो स्तर है जिस पर कांग्रेस आगे बढ़ रही है।’ बता दें, सिद्धारमैया ने कहा कि अमित शाह एक सनातन हिंदू हैं।’
ये बोले थे रमैया –
बता दें, मीडिया से बात करते हुए शुक्रवार (20 अप्रैल) को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ‘हम किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, हमारी पार्टी एक धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक पार्टी हैं।’ साथ ही सिद्धरमैया ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा ‘अमित शाह ने कहा कि मैं हिंदू नहीं हूं, लेकिन सच तो यह है कि अमित शाह खुद हिंदू नहीं है, वो जैन समुदाय से आते हैं।’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आगे कहा ‘मैं तो हिंदू हूं, लेकिन अमित शाह सबसे छिपाते हैं कि वह एक जैनी हैं।’ मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने अमिता शाह को चुनौती दी और कहा, ‘अगर अमित शाह हिंदू हैं तो क्या वह सबके सामने आकर सार्वजनिक तौर पर अपने हिंदू होने की बात स्वीकार सकते हैं।
बीजेपी ने जारी की तीसरी लिस्ट-
कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची शुक्रवार को जारी कर दी। बीजेपी की तीसरी सूची में 59 उम्मीदवारों के नाम हैं। बीजेपी ने इससे पहले 72 और 82 उम्मीदवारों की दो सूचियां पहले ही जारी कर चुकी है। 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 मई को सिर्फ एक चरण में चुनाव होने हैं। नतीजे 15 मई को आएंगे। वहीं इस सूची में एक सीट पर उम्मीदवार बदला गया है। कोलार गोल्ड फील्ड (आरक्षित) पर श्रीमती एस अश्वनी को टिकट दिया गया है। बीजेपी ने पहली सूची में मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा को शिकारीपुरा से टिकट दिया था। इससे पहले भाजपा कई नेताओं ने टिकट ने मिलने पर जमकर हंगामा काटा था। बता दें कि 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने 122 सीटें जीतकर राज्य में सरकार बनाई थी जबकि भाजपा को 40 सीटें और जेडीएस को भी 40 सीटें ही मिली थीं।
जाहिर है की इस बार बीजेपी किसी भी कीमत पर कर्णाटक जीतना चाहती है| इसके लिए अमित शाह काफी लम्बे समय से कर्णाटक में ही बने हुए है| वो लगातार रैलियां और सभाएं कर रहे है जिसे जनता का ध्यान बीजेपी की तरफ आये |