यूपी मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ आये दिन अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते है और एक बार ऐसा फिर से हुआ है | योगी ने कहा कि इस देश में कोई दलित भी राष्ट्रपति बन सकता है तो ये प्रधानमंत्री मोदी ने ही किया ना कि बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने। फूलपुर से बीजेपी प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल के समर्थन में आयोजित रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने बात कही। इसको लेकर सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है।
सोशल मीडिया में घिरे योगी –
राष्ट्रपति कोविंद को पहला दलित राष्ट्रपति कहकर आदित्यनाथ को सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। यूजर्स कह रहे हैं कि दलितों को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री खराब राजनीति कर रहे हैं। एक यूजर ने पूछा क्या राष्ट्रपति को सिर्फ इसलिए चुना गया कि वो दलित हैं। वहीं कई यूजर्स ने कहा कि अभी तक तो केआर नारायणन ही देश के पहले दलित राष्ट्रपति के तौर पर जाने जाते थे लेकिन आज योगी जी
सपा-बसपा को बताया सांप और छछून्दर –
उपचुनाव से पहले सपा-बसपा गठबंधन की खबरों को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि फिर दोनों (बीएसपी और एसपी)) के गठबंधन की बातें सुनने में आ रही हैं। ऐसा लगता है कि जैसे कोई तूफान आता है तो सांप और छछूंदर एक साथ मिलके खड़े हो जाते हैं। दोनों सीटों पर 11 मार्च को मतदान होगा। उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों फूलपुर और गोरखपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर योगी लगातार सभाएं कर रहे हैं। दोनों सीटों पर भाजपा और सपा की टक्कर है। बसपा ने भी सपा को समर्थन दिया है। बीजेपी इन दोनों सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने की कवायद में जुटी हुई है, वहीं बीजेपी का रास्ता रोकने के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक साथ आने का फैसला लिया है।
मोदी सरकार की बताई विशेषता –
योगी आदित्यनाथ ने दलित वाला बयान अपने एक चुनाव प्रचार के दौरान दिया और अपने सरकार की तारीफ करते हुए कहा की मोदी सरकार के आने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई दलित राष्ट्रपति बना है | आपको बता दे की ऐसा पहले बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ अपने बिगड़े बोल की वजह से सोशल मीडिया के निशाने में आये हो , बल्कि इससे पहले भी कई बार वो राम मंदिर और हिन्दू मुस्लिम को लेकर विवादित बयान दे चुके है जिसके चलते कई बार उन्हें आलोचनाएँ झेलनी पड़ी है | जाहिर है की योगी आदित्यनाथ के इस रूप को पसंद करने वालो की संख्या बहुत है और कुछ लोग उनके इन विवादित बयानों की सराहना करते है जिसके चलते उन्हें लगातार बल मिलता रहता है और वो ऐसे बयान देते रहते है |