बीजेपी के राज में हो रहे एक के बाद एक घोटालो से परेशान जनता के सर से अब बीजेपी का भूत उतरने लगा है और ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला पंजाब के लुधियाना में | पंजाब के लुधियाना नगर निगम में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। मंगलवार को 95 वार्ड पर हुई मतगणना के बाद परिणाम आ गए हैं। कांग्रेस ने 62 वॉर्ड्स पर जीत हासिल की है। कोई दूसरी पार्टी कांग्रेस के करीब भी नहीं रह पाई। चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को 11 और भाजपा को 10 वार्ड पर जीत मिली है। लोक इंसाफ पार्टी को सात जबकि आम आदमी पार्टी को मजह एक वार्ड पर जीत मिली है। वहीं चार वार्ड पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। शनिवार को नगर निगम के 95 वार्ड पर शनिवार को 59.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। वार्ड 5 में सबसे ज्यादा 73.17 फीसदी और वार्ड 30 में सबसे कम 47.73 फीसदी वोट पड़े थे।
कुछ ऐसा रहा आकड़ा –
नगर निगम की 95 सीटों पर कुल 494 उम्मीदवार चुनावी मैदान थे। चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन और आम आदमी पार्टी-लोक इंसाफ पार्टी के गठबंधन के बीच है। लुधियाना में 10.5 लाख से अधिक मतदाता हैं, शनिवार को 1,153 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। मतदान के दौरान कई जगहों से हिंसा की भी खबरें आई थीं। वार्ड नंबर 46 से अकाली दल के उम्मीदवार हरभजन डांग ने 357 वोटों से जीत हासिल करते हुए कांग्रेस के युवराज सिंह सिद्धू को हराया है। वार्ड 1 पर भी अकाली दल जीत दर्ज करने में कामयाब रहा है। बीजेपी प्रत्याशी मनिंदर घुमन ने वार्ड 77 में जीत दर्ज की है। वार्ड 81 में कांग्रेस प्रत्याशी राशि अग्रवाल ने जीत हासिल कर ली है। वार्ड 82 से कांग्रेस के सनी भल्ला जीते हैं।
कांग्रेस की धूम के आगे नहीं काम आये गठबंधन –
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन और आम आदमी पार्टी-लोक इंसाफ पार्टी के गठबंधन के बीच था। लेकिन चुनाव नतीजों से साफ है कि ना तो शिअद-भाजपा गठबंधन और ना ही आप-एलआईपी गंठबंधन कांग्रेस के आगे ठहर सके।
जाहिर है की पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और देश के हर हिस्से से मिल रही हार के बाद इस छोटी से जीत से कांग्रेस के खेमे में बड़ी लहर है | इसके पहले इसा ही कुछ नजारा राजस्थान में हुए उपचुनावों में दिखा था जहाँ दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट में बीजेपी को कांग्रेस ने बड़े अंतर से हारकर एक इतिहास रच दिया था , जबकि की ये तीनो सीटें बीजेपी का गढ़ कही जाती थी | देश में नरेन्द्र मोदी की लहर अब जनता के दिमाग से उतरने लगी है और ऐसा लग रहा है की आने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी कांग्रेस से काफी पीछे हो सकती है |