एक के बाद चुनावो में हार रही कांग्रेस का आंतरिक उत्साह अभी भी कायम है और ऐसा नजारा देखने को मिला आज हुए महाधिवेशन में |
दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में चल रहे कांग्रेस के महाधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा पर हमला बोला, वहीं पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए गठबंधन के संकेत भी दे दिए हैं। अधिवेशन में कांग्रेस ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए वह सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएगी।
evm पर उठे सवाल – अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी की ओर से कई प्रस्ताव पास किए गए। अधिवेशन में ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाए गए। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि साफ और निष्पक्ष चुनाव कराए। लोगों का भरोसा मतदान व्यवस्था पर बना रहे इसके लिए जरूरी है कि वोटिंग और काउंटिंग दोनों में पारदर्शी व्यवस्था हो। पार्टी की ओर से कहा गया कि ऐसे कई मौके बीते सालों में आए हैं जब राजनीतिक पार्टियों और संगठनों और दूसरे लोगों ने ईवीएम को लेकर संदेह जताया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि इलेक्शन कमीशन पुरानी व्यवस्था को लेकर आए और बैलेट पेपर पर चुनाव कराए।
कांग्रेस का काम देश जोड़ना – राहुल
राहुल गांधी ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है, लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है, देश को बांटने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस का निशान देश को जोड़ने वाला निशान है। राहुल ने कहा कि युवा जब मोदी की ओर देखते हैं तो उन्हें रास्ता नहीं दिखता है। देश के युवा ठगे हुए हैं। भाजपा गुस्से की राजनीति करती है और हम प्यार की राजनीति करते हैं। राहुल ने कहा कि पार्टी नए तरीके से आगे बढ़ेगी, युवा लोग पार्टी को चलाएंगे लेकिन सीनियर नेताओं को साथ में लेकर ही पार्टी आगे बढ़ेगी।
एक आन्दोलन है कांग्रेस – अधिवेशन में सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस एक राजनीतिक शब्द नहीं है, यह एक आंदोलन है। सोनिया ने कहा कि आज केवल एक चीज महत्वपूर्ण है, उस महान पार्टी को मजबूत करना है जिसके साथ हमारे संबंध हमेशा से रहे हैं। सोनिया ने कहा कि 40 साल पहले चिकमंगलूर में इंदिरा जी की आश्चर्यजनक जीत ने भारतीय राजनीति को बदल दिया, एक बार फिर हमारी पार्टी को इसी तरह का प्रदर्शन देना चाहिए।
माँ को गले लगा राहुल ने भावुक किया माहौल –
सोनिया गांधी के भाषण खत्म होने के बाद पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता खड़े होकर तालियां बजाकर उनका अभिनंदन कर रहे थे। तभी राहुल गांधी आगे बढ़े और मां सोनिया गांधी को गले लगा लिया। वहां पर मौजूद सभी नेता इस दृश्य को देखकर मुस्करा उठे। इस दृश्य को देखकर वहां पर मौजूद लोग भावुक क्षण को अपने मोबाइल कैमरों में कैद करने लगे।