आम तौर पर उप-चुनाव के परिणाम सत्तारूढ़ दलों के पक्ष में आते हैं। वर्तमान में कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर)-कांग्रेस गठबंधन सरकार है। लेकिन कांग्रेस ने आखिरी बार जयनगर विधानसभा सीट 2004 में जीती थी। लेकिन बुधवार को कांग्रेस ने 15 साल बाद एक बार फिर से इस सीट पर अपना कब्जा जमा लिया। जेडीएस के नेता और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के समिति के संयोजक दनिश अली ने कहा कि जयनगर की सीट आगे आने वाले चुनावों के लिए एक उदाहरण है। आप देखेंगे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों का गठबंधन कर्नाटक के बीजेपी का सफाया कर देगा।
लोकसभा में ये है कहना-
दानिश अली ने कहा कि, हम लोकसभा चुनावों नें 28 में से 25 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे। हम कांग्रेसी नेताओं के साथ आगामी चुनाव में पार्टी की रणनीति को लेकर लगातार चर्चा कर रहे हैं। जेडी (एस) ने जयनगर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। ये सीट केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के संसदीय क्षेत्र में पड़ती है। जयनगर को भाजपा के एक अजेय गढ़ के तौर पर जाना जाता है। कुमार 1996 से बेंगलुरू दक्षिण सीट जीतते आ रहे हैं तो वहीं बीजेपी के बी एन विजयकुमार ने 2008 और 2013 में जयनगर सीट पर भारी मार्जिन के साथ जीत हासिल की थी। 4 मई को विजय कुमार की निधन हो गया था। जिसके बाद इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया।
जेडीएस ये चाहती है-
हाल ही विधानसभा के उपचुनावों में राजेश्वरी और आरआरनगर सीट पर जेडीएस ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। लेकिन जयनगर सीट पर जेडीएस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। इसके पीछे यह माना जा रहा है कि हाल ही में खाली हुई तीन लोकसभा सीटों में एक सीट पर जेडीएस कांग्रेस का समर्थन चाह रही है। आपको बता दें कि कर्नाटक में तीन सीटें खाली हुई हैं। इनमें मंड्या, शिमोगा और बेल्लारी शामिल हैं। मंड्या सीट जेडीएस सीट से सी एस पत्तुराजु , शिमोगा सीट से बीजेपी सांसद बी एस येदियुरप्पा और बेल्लारी से बीजेपी के बी श्रीरामुलु सांसद थे।
एक रहत की खबर-
दिलचस्प बात यह है कि जब जयनगर पर वोटों की गणना की जा रही थी, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडी (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी को फिटनेस चलैंज दे रहे थे। अली ने कहा कि कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन अचूक था। जयनगर की जीत कांग्रेस के लिए एक राहत की खबर है। विशेष रुप से बेंगलुरु जैसे शहरी इलाकों में जहां वह अपनी जमीन खो रही है। इन इलाकों में बीजेपी काफी मजबूत मानी जाती है।
ये है अब आकड़ा-
जयनगर जीत कांग्रेस के लिए कुछ सांत्वना है, जो विशेष रूप से बेंगलुरु में कर्नाटक के शहरी इलाकों में बीजेपी को जमीन खो रही थी। कांग्रेस ने बेंगलुरु की 28 सीटों में 25 पर जीत हासिल की है। कांग्रेस पार्टी के राज्य सोशल मीडिया प्रमुख श्रीवास्त ने कहा कि जयनगर की जीत ने 2019 में बेंगलुरू दक्षिण लोकसभा सीट जीतने के लिए उनकी पार्टी के लिए दरवाजे खोले हैं। इस सीट पर जीत के साथ ही राज्य विधानसभा में कांग्रेस का आंकड़ा अब 80 हो गया है|