रायबरेली जिले के कांग्रेस अध्यक्ष वीके शुक्ला ने आज एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह और विधायक राकेश सिंह को उनके कल के बयान के बाद बड़ी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि अगर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो ये सभी लोग अपने पद से इस्तीफा दे दें और नया जनादेश प्राप्त करें। इससे आम जनता को भी पता चल सके कि दिनेश सिंह को कांग्रेस से क्या मिला था और क्या नहीं।
झूठा आरोप बताया-
रायबरेली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वी.के.शुक्ल ने एम.एल.सी दिनेश प्रताप सिंह और उनके भाइयों के आरोपों को झूठा बताते हुए एहसान फरामोश ठहराया है। श्री शुक्ल ने कहा कि पंचवटी के पांच पुत्रों की करतूतों से आज उनकी मां की आत्मा बहुत दुखी होगी कि जो इन झूठे बच्चों ने अपनी मां को वचन दिया था कि हम कांग्रेस मे रहेंगे और तिरंगे के साथ विदा होंगे लेकिन उनके झूठे पुत्रों ने मां की आत्मा को कलंकित करने का काम किया है, मां को जो कष्ट हुआ हम उनके प्रति विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित करते हैं।
कांग्रेस जिलाअध्यक्ष का बयान –
रायबरेली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वी.के.शुक्ल ने एम.एल.सी दिनेश प्रताप सिंह और उनके भाइयों के आरोपों को झूठा बताते हुए एहसान फरामोश ठहराया है। श्री शुक्ल ने कहा कि पंचवटी के पांच पुत्रों की करतूतों से आज उनकी मां की आत्मा बहुत दुखी होगी कि जो इन झूठे बच्चों ने अपनी मां को वचन दिया था कि हम कांग्रेस मे रहेंगे और तिरंगे के साथ विदा होंगे लेकिन उनके झूठे पुत्रों ने मां की आत्मा को कलंकित करने का काम किया है, मां को जो कष्ट हुआ हम उनके प्रति विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित करते हैं।
श्री शुक्ल ने कहा कि पंचवटी के इन पांच पुत्रों ने बसपा मे भी ताकत अजमाई, चुनाव लड़े और हारे, समाज वादी पार्टी मे भी ताकत अजमाई और वहां चुनाव हारे, लेकिन जब हमारी नेता मा.श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मा. प्रियंका गांधी वाड्रा का इनको आशीर्वाद मिला फिर कांग्रेस ने अपना हाथ इनके सिर पर रखा तो एम.एल.सी., जिला पंचायत अध्यक्ष और विधायक रायबरेली, अध्यक्ष जिला पंचायत और विधायकी जैसे पदों पर विभूषित हो रहे हैं। श्री शुक्ल ने कहा इन भाइयों मे जरा भी नैतिकता हो चुने पदों से इतीफा दें और नया जनादेश प्राप्त करें जब इनको सही परिस्थिती का आंकलन होगा। श्री शुक्ल ने कहा कि इनका यह कथन झूठा है कि इन्दिरा गांधी की प्रतिमा जिला पंचायत मे इन्होंने स्थापित की है जबकि प्रतिमा पहले से ही स्थापित है और यह जो कह रहे है कि भाई को टिकट देने के पहले इस्तीफा लिखाया गया यह भी झूठ है अगर सच था तो अब तक चुप क्यों थे, यह भी झूठ बोल रहे हैं कि जिला पंचायती सदैव कांग्रेस की रही है कभी भाजपा की नहीं रही है। विधवा विलाप अच्छा नही लगता है।