देश में मोदी सरकार आने के बाद एक के बाद एक मुस्लिम राजाओ द्वारा बनाये गए ऐतिहासिक स्थलों का नाम बदला जा रहा है जिससे देश में तनाव की स्थिति पैदा हो रही है | अब हिन्दू नववर्ष पर हिंदू महासभा ने अपना नया हिंदू कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर के जारी होते ही विवाद शुरू हो गया है। कैलेंडर में मुगल काल में बने मस्जिदों का नाम बदल कर हिंदू के नाम पर रखा गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हिंदू महासभा की अलीगढ़ शाखा ने ताजमहल को तेजो महालय, मक्का को मक्केश्वर महादेव जैसे नाम दिए गए है। कैलेंडर में कुतुबमीनार को विष्णु स्तंभ बताया गया है, जिसपर अब विवाद शुरू हो गया है।
कई जगहों के बदले नाम –
हिंदूमहासभा की अलीगढ़ शाखा ने ये कैलेंडर जारी किया है, जिसमें मुगल कालिन मस्जिदों के नाम बदलकर हिंदुओं के मंदिरों के नाम पर रख दिया गया है। सैलेंडर में मुगल शासनकाल में बने 7 मस्जिदों के नाम बदल दिए गए है। इसमें ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय, मक्का का नाम बदलकर मक्केशवर महादेव बताया है।
कैलेंडर में मध्यप्रदेश के कमल मौला मस्जिद को भोजशाला, बनारस की ज्ञानव्यापी मस्जिद को विश्वनाथ मंदिर, अटाला मस्जिद को अटाला देवी मंदिर और बाबरी मस्जिद को श्रीराम जन्मभूमि बताया गया है। महासभा ने कैलेंडर पेश करने के साथ ही देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपील की।
ये दी सफाई – इस मामले पर अलीगढ़ हिंदू महासभा के राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे ने कहा कि मुगलों ने देश के हिंदू धर्म स्थलों को लूटा और उनके नाम बदल लिए। ऐसे में अब वक्त आ गया है कि इन मस्जिदों को फिर से हिंदूओं को वापस कर उनका नाम दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिम तैयार है तो इन धार्मिक स्थलों का नाम फिर से इनके वास्तविक नामों पर कर दिया जाए।
मुस्लिम समाज ने जताई आपत्ति –
हिंदू महासभा के इस कैलेंडर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने आपत्ति जताई है और कहा है कि हिंदू महासभा ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। बोर्ड ने कहा है कि उनका दावा तथ्यहीन है। मुस्लिम बोर्ड ने इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जाहिर है की कई सारे स्मारकों के नाम बदलने की कवायद तेजी से टूल पकड़ रही है और ये मुद्दा देश के प्रधानमंत्री मोदी से भी जुड़ चुका है | अभी कुछ दिन पहले एक युवक ने पटना में एक चौक का नाम नरेन्द्र मोदी चौक रख दिया जिससे बवाल शुरू हो गया और इसमें उसकी जान चली गई | तो वही राजस्थान के एक जिले में भी दीनदयाल चौक को लेकर विवाद चल रहा है | आपको बता दे की हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष में देशभर के कई सारी जगहों से पथराव और हिंसा की खबरे सामने आई है |