गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन गैस की कमी की वजह से हुई तीस बच्चो की मौत पे सियासत अपने चरम में हैं और एक के बाद एक वाहियात बयान सामने आ रहे हैं | पहले जहाँ यूपी के स्वास्थ मंत्री ने कहा की अगस्त में बच्चे मरते ही हैं तो वही अमित शाह का भी बयान आया हैं | बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा की पहली बार ऐसा हादसा नहीं हुआ हैं , विपक्ष का काम हाकिं इस्तीफा मागना | शाह ने ये बात बैंगलोर में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही |
कांग्रेस की तरह नहीं हैं हमारा काम : शाह
गोरखपुर के सवाल पर शाह ने कहा कि हम कांग्रेस की तरह बिना जांच के किसी पर गलती नहीं थोपते। इस मामले की जांच हो रही है। योगी जी ने एक समय के भीतर जांच कराने के लिए कहा है। जांच का नतीजा आते ही इसे सार्वजनिक करेंगे। यह एक हादसा है, गलती है। किसी भी स्तर पर हुई होगी। इससे हमारा गरीबों के विकास के लिए सोच है, उसको आप खारिज नहीं कर सकते।
स्वास्थ मंत्री का भी विवादित बयान
इससे पहले यूपी के स्वास्थ मंत्री ने इस सन्दर्भ में बयान देते हुए कहा की ऐसा पहली बार नहीं हुया हैं और अगस्त के महीने में तो बच्चे मरते ही हैं | इसके बाद देश भर में उनकी और योगी सरकार की जमकर आलोचना हुई हैं |
डॉक्टर कफील हुए निष्काषित
आपको बता दे की ऑक्सीजन की कमी के दौरान खुद के पैसो से बच्चो के लिए गैस का प्रबंध करने की कोशिश करने वाले डॉक्टर कफील को बर्खास्त कर दिया गया हैं और कहा गया हैं की वो प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे थे जो की नियमो के खिलाफ हैं |
इसके अलावा विपक्ष ने भी योगी सरकार को जमकर घेरा और उनसे इस्तीफे की माग की हैं |