मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं मिलने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने अपने पत्र में दावा किया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने मनरेगा कार्यों में करने वालों मजदूरों के 450 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा ‘मैं विगत 6 महीनों से पैदल नर्मदा परिक्रमा पर था जो 9 अप्रैल 2018 को पूर्ण की है। इस दौरान मध्यप्रदेश के अंचलों में रहने वाले अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिलों के लोगों से मिलना हुआ। मुझे यह जानकर बहुत पीड़ा हुई कि प्रदेश के सुदूर की राशि अभी तक नहीं मिली है।
ये लिखा पत्र में –
दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि, प्रदेश में मजदूरी और सामग्री का 450 करोड़ रुपए का भुगतान राशि आवंटन के अभाव में शेष है। ये मजदूर परिवार प्रतिदिन बैंक और पंचायतों का चक्कर लगाने को मजबूर है।’ आपको बता दें कि कांग्रेसी नेता 2017 में अपनी पत्नी के साथ नर्मदा यात्रा पर निकले थे। इस दौरान 3,300 किलोमीटर की दूरी पैदल तय की थी। वे अपनी इस पदयात्रा के दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया। आपको बता दें कि इस साल मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दिग्विजय सिंह सीएम पद की दौड़ में हैं
लेकिन खुद दिग्विजय का कहना है की वो कोई भी पद स्वीकार नहीं करेगे| उनके बयान से लगता है की वो परदे के पीछे से रहकर राजनीति करेगे|
कांग्रेस नेता की हत्या पर सजा-
साल 2009 में कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के मामले में एक पू्र्व स्थानीय सीपीआई (एम) नेता को फांसी की सजा सुनाई है। दोषी पाए गए के. आर बाईजू, आलप्पुषा जिले के चेरथला शहर में सीपीआई (एम) के स्थानीय सचिव थे। वहीं इस मामले में पांच और दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। इस केस की सुनवाई केरल के आलप्पुषा में अतिरिक्त जिला सत्र अदालत के न्यायाधीश अनिल कुमार कर रहे थे।
कांग्रेस नेता की हत्या 9 दिंसबर 2009 को हुई थी।पुलिस जांच में पाया गया था कि स्थानीय सीपीआई (एम) नेता के नेतृत्व में कई लोगों ने कांग्रेसी नेता के घर पर हमला किया। इस हमला में कांग्रेसी नेता के कई गंभीर चोटें आई। सीपीआई नेता के हमले में कांग्रेस नेता के बेटे दिलिप और बहू रश्मी पर भी हमला किया गया। ये दोनों भी हमले में घायल हो गए। इन दोनों को कई दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ा। वहीं, गंभीर हालत में कांग्रेसी नेता को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज किया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया।