आज यूपी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक जनसभा को सम्बोदित किया. सातवें दौर के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज गाजीपुर में जनता से सपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं. यहाँ अखिलेश यादव के मुख्य लक्ष्य एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी बने.
अखिलेश ने कहा, “हम तो प्रधानमंत्री को न्योता भेज रहे हैं वह हमारा न्योता नहीं स्वीकार कर रहे हैं. हम उन्हें मेट्रो में घुमाना चाहते हैं, लेकिन वह आ नहीं रहे हैं. हम तो चाहते हैं कि रेलवे मंत्रालय एनओसी दे और हम प्रधानमंत्री को मेट्रो में घुमा कर जहां कहें छोड़ देंगे.” आज अखिलेश यादव ने बीजेपी को चालू पार्टी कह दिया. अखिलेश यादव का कहना था कि वोटरों को बहकाकर वोट लेने के मामले में बीजेपी से ज्यादा चालू पार्टी कोई नहीं है. उन्होंने चुनौती दी कि समाजवादी पार्टी अपने काम का ब्योरा देने को तैयार है, लेकिन क्या मोदी सरकार अपने तीन साल के काम का ब्योरा देगी.
आपको याद दिला दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने गोंडा जिले में अपनी चुनावी रैली के दौरान कहा था कि वहां परीक्षाओं के दौरान नक़ल होती हैं, इस पर अखिलेश यादव ने आज फिर तंज कसते हुए कहा कि “वह गोंडा में आकर बच्चों की नकल की बात करते हैं, लेकिन क्या वह बताते हैं कि उनका सूट किसकी नकल से बनवाया गया है.” साथ ही अखिलेश ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री जिस वक्त उनकी सरकार पर नकल को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे थे, उसी वक्त उनके मंच पर नकल माफिया बैठा हुआ था. अखिलेश यादव ने मतदाताओं से बसपा को वोट न देने की अपील करते हुए कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बसपा का कोई भरोसा नहीं है कि कब भाजपा के साथ रक्षाबंधन मना ले.
आज के भाषण क्र दौरान अखिलेश यादव ने कानपुर रेल हादसे पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार पटरी को सुधारने में नाकाम रही और बाद में कह दिया गया कि इसे आतंकियों ने नुकसान पहुंचाया है. अखिलेश यादव के इस बयान पर हंगामा उठना तो तय हैं क्यूंकि है. रेलवे मंत्रालय के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों ने भी हालिया रेल हादसों के पीछे आईएसआई का हाथ होने का शक जाहिर किया है.