यूपी चुनाव से पहले सपा में चल रहे घरेलू विवाद के कारण जहाँ सपा दो भागो में बट चुकी हैं तो उसमे चुनाव चिन्ह को लेकर भी मारामारी मची हैं क्योकि हर कोई साइकिल की सवारी करना चाहता हैं ऐसे में चुनाव आयोग ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जवाब दिया हैं |
चुना चिन्ह पर क्या बोला चुनाव आयोग –
चुनाव आयोग ने कहा कि हमारे पास दोनों खेमे के लोग आए हैं और उन्होंने अपने दस्तावेज हमें दिए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के दोनों गुट हमारे पास मुलाकात करने के लिए आए हैं और दोनों ही पक्षों ने हमें अपने दस्तावेज दिए हैं, जिसे देखने के बाद ही किसी तरह का फैसला किया जा सकता है। जैदी ने कहा कि इस फैसले में कितना समय लगेगा इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है, दोनों ही पक्षों के दस्तावेजों को देखा जा रहा है, यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही किसी फैसले पर पहुंचा जा सकता है।
पार्टी के चुनाव चिन्ह पर जैदी ने कहा कि मुलायम सिंह और रामगोपाल यादव के तथ्यों की जांच के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि यूपी में आज चुनाव आयोग ने चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। प्रदेश में सात चरण में चुनाव होगा और चुनाव परिणाम 11 मार्च को आएगा। लेकिन सपा के भीतर मचे घमासान का अंत होता नहीं दिख रहा है। हालांकि अखिलेश खेमे की अगुवाई कर रहे रामगोपाल यादव ने कह दिया है कि हम अखिलेश यादव के नेतृत्व में आगामी चुनाव में जाएंगे और वह ही हमारे अध्यक्ष हैं। उन्होंने पार्टी के भीतर किसी भी तरह के समझौते से साफ इनकार करते हुए कहा कि चुनाव चिन्ह पर अंतिम फैसला चुनाव आयोग लेगा।
जाहिर है की अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद सपा दो गुटों में बट चुकी हैं जिसमे एक अखिलेश यादव का हैं और दूसरा मुलायम सिंह का और दोनों ही चुनाव चिन्ह के रूप में साइकिल लेना चाहते हैं | अब देखना होगा की चुनाव आयोग किसे ये चुनाव चिन्ह देता हैं |