विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज राज्यसभा में ऐलान किया कि इराक में अपहृत 39 भारतीयों की मौत हो गई है। आज राज्यसभा में सुषमा ने कहा कि कल हमें जानकारी मिली है कि 38 लोगों के डीएनए नमूने मेल खाते हैं और 39 वें व्यक्ति के डीएनए का 70 प्रतिशत है मेल खा रहा है। इराक में मारे गए भारतीयों के अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे। अवशेष ले आने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएंगा। सुषमा ने सदन को जानकारी दी कि मृतकों के अवशेष बगदाद भेजे गए। इसके साथ ही सत्यापन के लिए रिश्तेदारों के डीएनए नमूने वहां भेजे गए, जिसमें 4 राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के लोग शामिल है।
परिजनों का बुरा हाल, सरकार को बताया धोखेबाज –
मोसुल में मारे गए गुरचरण सिंह की बीवी हरजीत कौर ने पति की मौत की खबर पर कहा ‘2013 में वो मोसुल गए थे, उस वक्त सरकार ने कहा था कि सब ठीक है और अब कह रहे हैं कि वो नहीं रहे. मैं समझ नहीं पा रही कि क्या कहूं।’ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से मोसुल गए अमन के पिता राजेश चंद कहते हैं, ‘2013 में वो इराक गया था। हर शु्क्रवार को वो मुझसे बात करता था। इस मामले के बाद सरकार ने भरोसा दिलाया कि सब हिफाजत से हैं। मैं अब किसी से क्या कहूं, मैं तो बेटा खो चुका हूं।’ पंजाब के नाकोदर से रहने वाले रूप लाल सात साल पहले इराक गए थे। उनकी पत्नी को आज पता चला कि वो भी मरने वालों में शामिल हैं। वो कहती है ‘आखिरी बार उनसे 2015 में बात हुई थी। सरकारी लोग तीन महीने पहले डीएनए के सैंपल ले गए थे और आज उनके मरने की बात कह दी। मैं क्या कहूं? अमृतसर के मजिंदर सिंह की भी मोसुल में मारे जाने की पुष्टि हुई है, उनकी बहन गुरपिंदर कौर का कहना है ‘हम चाहते हैं कि सरकार हमें डीएनए रिपोर्ट दे. इस मामले में राजनीति की जा रही है। हम चार साल से लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं और अब ये टीवी पर आकर कहते हैं कि मेरा भाई मर चुका है।’ कौर ने कहा कि इस मामले में विदेश मंत्री ने संवेदना नहीं दिखाई, हम सरकार की ओर से भी ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्यों विदेश मंत्रालय लगातार कहता रहा कि वो जिंदा है, क्या अब वो आ सकता है? उन्हें यही कहना था कि अगर जिंदा होंगे तो वो वापस आएंगे।
जाहिर है की अभी तक परिजनों से झूठ कहा जा रहा था की ईराक में फसे भारतीय जिन्दा है और परिजनों को कही ना कही ये भरोसा था की वो लौट के आयगे लेकिन आज सरकार के स बयान ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ दिया है |