शनि देव का बिना छत का मंदिर
शनि देवता का नाम आते ही कई सारे लोगो में भय उत्पन्न हो जाता हैं और उन्हें लगता हैं कही कुछ अनिष्ट ना हो जा जाये लेकिन ऐसा नहीं हैं |
यूं तो शनि देव के कई मंदिर हैं लेकिन महाराष्ट्र के अहमदनगर में शिगणापुर मंदिर सबसे मशहूर हैं | इस मंदिर की ख़ास बात ये हैं की इसमें छत नहीं हैं और शनि महाराज की मूर्ती की लगभग 6 फिट लम्बी और 6 फिट चौड़ी हैं |
यह बहुत ही मशहूर मंदिर हैं और इसमें रोजाना 13 हजार लोग आते हैं और शनि अमावस के दिन तो दस लाख लोग भी आते हैं |
इस जगह की ख़ास बात ये हैं की यहाँ घर हैं लेकिन किवाड़ नहीं , डर हैं लेकिन डराने वाला नहीं और कहा तो ये भी जाता हैं की यहाँ के बैंक और एटीम में भी ताले नहीं लगाये जाती हैं |
शनि देव का जन्मदिवस इस जगह धूमधाम से मनाया जाता हैं जो की वैशाख चतुर्दसी अमावस के दिन आता हैं |
इस दिन शनि देव को पंचामृत और तेल और पास के कुएं के पानी से नहलाया जाता हैं जो की सिर्फ इसी उपयोग के लियें हैं | कहते हैं की इस अमावस के दिन शनि देव की प्रतिम निल वर्ण दिखाई देती हैं और पांच दिनों तक यज्ञ और सात दिनों तक कड़ी धूप में भजन कीर्तन होता हैं |
कहा स्थित हैं –
यह मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिंगणापुर में हैं |
कैसे पहुचे –
सड़क मार्ग – औरंगाबाद-अहमदनगर राजमार्ग संख्या 60 पर घोड़ेगांव में उतरकर वहां से 5 किलोमीटर पर शनि शिंगणापुर या मनमाड-अहमदनगर राज्यमार्ग संख्या 10 पर राहुरी उतरकर वहां से 32 किलोमीटर पर स्थित शिंगणापुर के लिए बस या शटल सेवा ले सकते हैं |
रेल मार्ग – कही से भी अहमदनगर या फिर श्रीरामपुर उतारकर वह से बस या टैक्सी में जा सकते हैं |
हवाई सेवा – जहाँ से हवाई सुविधा हो वहाँ से मुंबई , औरंगाबाद या फिर पुणे आये और वहां से बस या फिर टैक्सी का इस्तेमाल करे |
शनि देव का यह विश्व प्रसिद्द मंदिर हैं , एक बार यहाँ हर इंसान को जाना चाहिए और दर्शन करना चाहिए |