आज उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण के विधानसभा के चुनावों का मतदान पूरा हो गया. आज 15 जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ है. पिछले विधानसभा चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अखिलेश की और से बीएसपी की कड़ी टक्कर मिली थी. उत्तर प्रदेश के इस हिस्से में जाट और गुर्जर निर्णायक मतदाता की भूमिका निभाते हैं. हालाँकि मुस्लिम आबादी भी यहाँ 35% हैं. पिछली बार यहाँ करीब 61 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार यहाँ चुनाव आयोग के अनुसार 65% मतदान हुआ हैं. आज के मतदान के बाद 839 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो गई है.
आज के मतदान से जुडी मुख्य खबर ये रही कि मेरठ के सरधना से विधायक और यूपी बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम के भाई गगन सोम को हिरासत में लिया गया है. गगन सोम पर वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर पिस्टल ले जाने का आरोप है. इस मामले में उनसे पूछताछ की जा रही है.
ये हैं यहाँ के चुनावी मुद्दे
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिन जिलों में आज मतदान हुआ हैं उनमे शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों शामिल हैं. यहाँ सबसे बड़ा मुद्दा कानून व्यवस्था का हैं. मुज़फ्फरनगर के दंगे को अभी तक यहाँ का आमजन भूला नहीं पाया हैं. कैराना पलायन व बुलंदशहर हाई वे प्रकरण यहाँ की बदहाल कानून व्यवस्था की पोल खोलता हैं.
पश्चिमी यूपी के लोगों की एक मांग यहाँ हाईकोर्ट के बेंच होने का भी हैं. उत्तर प्रदेश के लोगों को हाईकोर्ट के लिए इलाहाबाद तक जाना पड़ता हैं जो कि पश्चिमी यूपी से काफी दूर हैं. यहाँ के लोग इस असुविधा से बहुत परेशान हैं. लेकिन अभी तक इस विषय पर कोई काम हुआ नहीं हैं. भाजपा ने इस विषय अभी तक कोई साफ़ जवाब नहीं दिया हैं. अखिलेश ने भी इशारों इशारों में ये दिखाया हैं कि वो यहाँ हाई कोर्ट बेंच के पक्ष में नहीं हैं. रालोद इस विषय पर अपनी राय रखती हैं कि यहाँ बेंच होनी चाहिए लेकिन रालोद की उपस्तिथि पुरे प्रदेश में नहीं हैं.
यूपी का ये हिस्सा गन्ना बेल्ट में आता हैं. यहाँ के अधिकतर किसानो की समस्या गन्ना भुगतान का बकाया हैं. वादें तो यहाँ के किसानो से सभी नेता करते हैं लेकिन पूरे अभी तक किसे ने नहीं किये.