गुजरात चुनाव में आंतरिक कलह सामने आने लगी हैं | अभी तक सीना थोक के कांग्रेस का सपोर्ट करने वाले हार्दिक पटेल आजकल कांग्रेस के खिलाफ नजर आ रहे हैं और उनके कार्यकर्ता उफान में हैं | र्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) और कांग्रेस नेताओं के बीच लंबी बातचीत के बाद ये लिस्ट जारी की गई। इस लिस्ट के जारी होने के कुछ देर बाद ही देर रात आंदोलन समिति के लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़ गए। कई जगह दोनों तरफ से लोगों में कुर्सियां चलने की खबर है। कांग्रेस ने 77 में दो पास नेताओं को भी टिकट दिया है लेकिन समिति के लोग कांग्रेस पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं।
सूरत की वरछा रोड़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल तोगड़िया के दफ्तर में ‘पास’ कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की। ‘पास’ से जुड़े सदस्यों का कहना है कि वो कांग्रेस सही प्रतिशत में उन्हें टिकट नहीं देगी वो कार्यलय नहीं खुलने देंगे। इनका कहना है कि कांग्रेस ने आंदोलन के दो नेताओं के नाम सहमति के बिना सूची में शामिल कर लिए। सूरत की कामरेज सीट से पास संयोजक नीलेश कुम्भाणी को टिकट दिया गया है। पास कार्यकर्ताओं ने उन्हें टिकट दिए जाने का विरोध किया है। हंगामा बढ़ने के बाद पाटीदार नेता दिनेश बाभणिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी से मुलाकात की है। उन्होंने बताया कि पास की अनुमति के बिना कोई भी संयोजक फॉर्म नहीं भरेगा।
बुलाएँ गए पुलिसकर्मी –
अहमदाबाद में कांग्रेस मुख्यालय में भी इसी तरह की स्थिति बनी जिसे रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बुलाए गए। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति की कोर कमेटी के सदस्य दिनेश बम्भानिया ने कहा कि कांग्रेस ने हमारी अनुमति के बिना नामों की घोषणा की। हम कांग्रेस के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।
जाहिर हैं की ये विवादअपने प्रत्याशी को तिक्त दिलाने के लिए किया गया हैं और अब देखना ये दिल्स्चास्प होगा की आखिर इस स्थिति के बाद भी हार्दिक पटेल कांग्रेस का साथ देते हैं या नहीं |