मानसून का मौसम आते ही बाढ़ ने गुजरात को अपने कब्जे में ले लिया हैं और और इस बाढ़ की वजह से अब तक 75 लोगों की मौत हो चुकी हैं और 35 हजार लोग बेघर हो चुके हैं और बताया जा रहा हैं की लगभग 2500 लोग अभी भी बाढ़ में फसे हुए हैं |
सौराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित
गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण इलाकों में भयंकर बारिश से हालात बेकाबू है। सौराष्ट्र के कुछ जिलों में मूसलाधार बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गयी है। भारी बारिश के कारण यहां रेल और बस यातायात प्रभावित हुआ है और लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सेना और एनडीआरएफ़ की टीम जुटी हैं
तेज बारिश के कारण गुजरात में हालात बेकाबू है। शहरों में जहां यातायात ठप है तो ग्रामीण इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस जाने के कारण कई लोगों की मौत तो कई लापता हो चुके हैं। पिछले कई दिनों से बीएसएफ, सेना, वायु सेना व एनडीआरएफ राहत व बचाव कार्य में जुटे हैं। सेना हेलिकॉप्टर के जरिए बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही है।
कई नदिया हैं उफान में
गुजरात में लगभग सभी नदियां उफान पर है और इसके कारण आसपास के कई गांवो में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गुजरात में साबरकांठा और बनासकांठा नदियां अपने चरम पर है और इसके आसपास के इलाकों को खाली करवाया गया है। पिछले दो हफ्तों से हो रही तेज और रुक-रुक बारिश के चलते यहां पर भी प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
बाढ़ का पीएम मोदी के द्वारा दौरा किया जा चूका हैं और उन्होंने 500 करोड़ से ज्यादा के अनुदान की घोषणा की हैं |